#H235
मेरी बर्थडे पार्टी (My Birthday Party)
"कविता में बर्थडे पार्टी का दृश्य दिखाया गया है। "
रसोई में खाना बन रहा है।
पापा खातिरदारी में लगे हुए हैं।
किसने ठंडा पिया ,
और किसे पिलाऐं
चलो पहले डिनर कराऐं
या फिर केक कटाऐं।
अब तो समय जा रहा है।
कोई मगन है मोबाइल में
कोई खेलें अपने साथी संग ।
कोई उधम मचा रहा है।
दरवाजा धड़ाम से बजा रहा है।
किसी को चोट न लग जाऐ।
"नासमझ" अंकल को यह डर सता रहा है।
कोई सुना रहा है
यारों की बातें अपनी जबानी।
कोई कूद रहा है, कोई उछल रहा है।
केक काटो जल्दी, कोई यह बोल रहा है
बड़े सभी को निहार रहे हैं।
आपस में बतिया रहे हैं।
कोई फोटो खींच रहा है।
कोई सेल्फी ले रहा है।
कोई फोटों को दिखा रहा है।
कोई चुपचाप सब देख रहा है।
गाना बज रहा है,
कोई "तौबा तौबा" पर नाच रहा है,
ताल मिले या ना मिले
वो दिल से थिरक रहा है।
कोई नाचने से मना कर रहा है।
कोई गेंद से खेल रहा है।
कोई ठंडा पी रहा है।
कोई खाना खा रहा है।
कोई मिठाई और मांग रहा है।
ठंडा फिर से मांग रहा है।
मैं सबके साथ खेल रहा हूँ।
यहाँ तो मेरा जन्म दिन मन रहा है।
हर कोई,
पास्ता, छोले भटूरे उड़ा रहा है
किसी ने रायता टेबल पर खिंडा दिया है,
रसगुल्ले पर किसी का मन मचल रहा है।
केक कटेगा कब, कोई बोल रहा है।
मेहमान आ रहे हैं।
नानी अम्मा सब आये हैं।
कोई उपहार और ,
कुछ नेग ही लाऐ हैं।
बैट बाल का केक हैं लाऐ।
कोई बैट खाने को,
कोई स्टम्प खाने को आतुर है।
केक कटने को तैयार किया जा रहा है।
बच्चों ने टेबल को
एक तरफ खिसका दिया है।
बड़ी मुश्किल से कटा केक।
सब फिर सभी ताली बजा रहे हैं।
हैप्पी बर्थडे, हैप्पी बर्थडे
की आवाज लगा रहे हैं।
मैं भी केक खा रहा हूँ।
डांस देखा, बच्चों का इंकार भी देखा है।
सबका एक साथ में डांस भी देखा है।
फिर "नासमझ" अंकल घर को चले गये हैं।
मैं अभी बर्थडे मनाने रहा हूँ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 31 अगस्त 2024,©
दिनांक 9/10