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नया सवेरा (New Dawn)
विदाई को अन्त न समझो।
यह तो एक नया सवेरा है।
जो जोड़ा है, अब तक तुमने,
उसमें नया और कुछ जुड़ जाना है।
सीखा है जो, अब तक तुमने।
उसको कहीं और लगाना है।
सही तरीके से,
जो काम की मूरत तुमने सोची है।
उसको वहाँ बनाना है।
आगे बढ़ते जाना है।
आत्मसंतुष्टि को गले लगाना है।
आगे मिलने वाले सहयोगियों के साथ
सहयोग बना कर रखना है।
उतावला नहीं हो जाना है।
वरना फंस जाना है।
धीरे - धीरे सुधार को करते जाना है
और अगले काम में सफल हो जाना है।
बहुत सी यादें लेकर जाना है
कुछ को यहीं छोड़ जाना है।
उनको गले नहीं लगाना है।
जीवन आगे बढ़ने का नाम है।
और तुम्हें बढ़ते जाना है।
सफल रहो, आगे जीवन में,
"नासमझ" ने बस यही फरमाना है।
याद अगर आये हमारी,
बस फिर तुमने एक फोन लगाना है।
हंसते - हंसते बात हो जाना है।
फोन लगाने में कभी भी
संकोच नहीं करना है तुमने।
अगर जरूर पड़ी हमारी
तुमने हमको अपने साथ ही पाना है।
ऐसा हमने सदा वचन निभाना है।
बस शर्त यही है हमारी,
तुमने हम पर विश्वास जताना है।
आज तुमने जाना है।
कल और किसी ने जाना है।
जीवन बढ़ने का नाम है।
और आगे बढ़ते जाना है।
नदी सा बहते जाना है।
वरना तालाब बन जाना है।
जिसमें किसी ने नहीं नहाना है।
कीचड़ हो जाना है और सूख जाना है।
ऐसे में खुद को तालाब बनने से,
हर किसी ने बचाना है।
विचारों में नयापन बनाऐ रखना है।
जीवन बढ़ने का नाम है।
और आगे बढ़ते जाना है।
धन्यवाद
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 17 जनवरी 2024, ©
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