#H231
सफेद (White)
"कविता में सफेद रंग के स्रोतों के बारे में बताया गया हैं ।
तुम्हें कौन सा सफेद भाऐ?
तरह तरह के सफेद जग में मिल जाऐ।
नमक वाला सफेद,
स्वाद जगाऐ।
दूध वाला सफेद,
शक्ति बढ़ाऐ।
छाछ वाला सफेद
शरीर को ठण्डक पहुँचाऐ।
चांदनी वाला सफेद,
मन को ठण्ड पहुंचाऐ।
आसमानी सफेद,
मौसम बतलाऐ।
बर्फ वाला सफेद,
खेलने का मन ललचाऐ।
रेत वाला सफेद,
मिट्टी को बतलाऐ।
गुलाब वाला सफेद,
खुशबू महकाऐ।
चूने वाला सफेद,
घर को चमकाऐ।
रोशनी वाला सफेद,
सब जगमग कर जाऐ।
हंस वाला सफेद,
मन बहुत हर्षाऐ।
कागज वाला सफेद,
लिखने को बुलाऐ।
बालों वाला सफेद
उम्र बतलाऐ
त्वचा वाला सफेद
सबके मन को भाऐ
जब जीभ सफेद हो जाऐ
बीमारी बतलाऐ।
विधवा की साड़ी का सफेद
आंखों में आंसू लाऐ।
सफेद झूठ जो बोले कोई
जल्दी पकड़ा जाऐ।
जब इंसान का खून सफेद हो जाऐ
जीवन में उत्साह न रहा,
ये बतलाऐ।
तिरंगे का सफेद
शांति और सत्य में भरोसा जगाऐ।
"नासमझ" को तिरंगे का सफेद मन भाऐ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 25 अगस्त 2024,©
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