Tuesday, January 30, 2024

#H057 पड़ोसन की डिनर पार्टी (Neighbour's Dinner Party)

#H057

पड़ोसन की डिनर पार्टी (Neighbour's Dinner Party) 

पड़ोसन ने डिनर पर बुलाया है
खाने में डोसा बनेगा या होंगे छोले।
ऐसा मन में मेरे आया है।
बीबी की सहेली ने बुलाया है।

उसने मुझे भैया ही बुलाना है।
ज्यादा दिमाग नहीं चलाना है।
बीबी बच्चों के साथ जाना है।
बीबी के साथ ही घर आना है।

उनके पति के साथ जाम छलक सकता है।
पैमाने से पैमाना लड़ सकता है।
हमारे पैमाने में बस पानी ही हो सकता है।
और चीयर्स की आवाज लगाना है
ध्यान रहे, हम पर इल्जाम नहीं लगाना है।

नाच - गाना हो सकता है।
शेर-ओ-शायरी हो चल सकती है।
उनके पति के साथ वक्त बिताना है।
कुछ उनकी सुनना है।
कुछ अपनी सुनाना है।
साथ ठहाके लगाना है।
दिल का कुछ बोझ,
हलका हो जाना है।
पड़ोसन की पार्टी में जाना है

क्या होगा इस पार्टी में ?
कुछ तो सीखकर आना है।
एक पड़ोसन‌ ने बुलाया है।
एक पड़ोसन  के साथ जाना है।
पड़ोसियों से व्यवहार बढ़ाना है।
मिलकर कुछ समय बिताना है।
दोस्ती का हाथ मिलाना है।
आपसी समझ बढ़ाना है।
बुलाने का आभार जताना है
पड़ोसन की पार्टी में जाना है

देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 23 दिसम्बर 2023, ©

रेटिंग 9.2/10




Saturday, January 27, 2024

#H056 कोई किसकी खाता है? (How earn money)

#H056
कोई किसकी खाता है?  (How earn money) 

कोई दिन रात लगाता है।
मौसम कोई भी हो।
हर दिन काम पर जाता है।
तब जाकर खाना ला पाता है।
अपनों का पालन पोषण कर पाता है।

नौकरी में कोई कैसे - कैसे खाता है?
किस - किस काम की वेतन पाता है?
मैं तुमको बतलाता है।

कोई मेहनत की खाता है
कोई बताने की खाता है
कोई लगाने की खाता है
मख्खन नहीं प्यारे,
चुगली लगाने की खाता है

कोई जताकर खाता है।
कोई अपना बनाकर,
मंजिल हासिल कर जाता है।

कोई बहकाने से पाता है।
कोई फुसलाने में आ जाता है।
और सुविधाओं को पा जाता है।
कई बार धोखा भी खा जाता है।

कोई केवल जिक्र करने की खाता है।
कोई बिकवाने की खाता है
कोई बेचने की खाता है।
कोई दिखाने की खाता है।
कोई किसी औरके काम को,
दिखाने की खाता है।
जो अपना किया भी, न दिखा पाये।
फिर वो पीछे रह जाता है।

पर ध्यान रहे तुमको,
हर कोई अपनी ,
किस्मत की ही खाता है।

कोई खिलाने की खाता है।
कोई कुछ करने की खाता है।
कोई काम न करने की ही खाता है।
कोई देर लगाने की खाता है।
कोई जल्दी निपटाने की खाता है।

कोई समझौता करवाने की खाता है।
कोई तुड़वाने की खाता है।
कोई फंसाने की खाता है।
कोई फंस वाने की खाता है।
कोई छिपाने की खाता है।

कोई बचाने की खाता है।
कोई मिलवाने की खाता है।
कोई दिलवाने की खाता है।
कभी कभी फंसकर भी जाता है।

कोई पैसा निवेश करके खाता है
कोई पैसे को ब्याज पर देकर खाता है

कोई तेरा बनकर भी,
तेरी ही वाट लगाता है।
लोगों को अपना समझकर,
अक्सर तू धोखा खा जाता है।

जीवन सबका निश्चित  है
इक दिन सब छोड़ यहाँ पर,
हर कोई इस जग से जाता है।
फिर क्यों कोई किसी की
चुगली  कर जाता है।
किसी और का हक खा जाता है
कर्मचारी अपने निज:स्वार्थ में
औरों की भी लगवा जाता है ।

अपने सपनों को भूल कर
सारा जीवन खपा जाता है।
हर पल डरकर जीवन जीता जाता है।
जोखिम नहीं ले पाता है।
इसलिए वो केवल नौकर ही रह जाता है।

पता नहीं कर्मचारी,
क्या - क्या करने और  
क्या - क्या नहीं करने की खाता है।
मैं ठहरा कवि"नासमझ",
अब तक नहीं समझ पाता है।

धन्यवाद

देवेन्द्र प्रताप 
दिनांक 05 जनवरी 2024, ©

रेटिंग 9/10

Friday, January 26, 2024

#H055 अभी दूर बहुत जाना है.... (Long way to go...)

 #H055

अभी दूर बहुत जाना है.... (Long way to go...)  

देशभक्त बहुत लड़े आजादी के लिए ,  

गणतंत्र दिवस तब आया था

चले बहुत  दूर हम, पहुँच रहे चांद और मंगल पर

पर अभी दूर बहुत जाना है

हाथ में हाथ डाल, बसुधैव कुटम्बकम अपनाना है

पानी अभी  पहुंच से दूर, घर घर पहुंचाना है

हुई हवा बिषैली है, इसको साफ बनाना है

अपशिष्ट फैल गया धरा पर,

धरती माँ को इससे बचाना है

तार तार कर दिया हमने मानवता को

बांट दिया हमने जाति, धर्म में,

इसको सुलझाना है,  हकदार को हकपाना है

भुला दिया हम ने इन्सान को,

खुद को इन्सान बनाना है

बहुत जुल्म, भ्रष्टाचार, लूट है दुनियाँ में 

हर मजलूम को उसका हक पाना है

नारी शक्ति को पहचानो,  दो सुरक्षित हालात,

साथियों यह तभी होगा,  जब हम जिम्मेदार बनेंगे

प्रयत्नशील, संयमी, संघर्षशील , प्रगतिशील रहेंगे

अपने देश को आगे बढ़ाना है तो

संकल्प लो, शिक्षित बनोगे, स्वस्थ रहोगे |

संगठित रहोगे, प्रगतिशील विचार रखोगे

जिम्मेदार नागरिक बनोगे |    तभी सही हकदार बनोगे कहने के,

रहे विजयी तिरंगा हमारा,  सफल रहे गणतंत्र हमारा

अभी दूर बहुत जाना है, अभी दूर बहुत जाना है

जय हिन्द |

देवेन्द्र प्रताप 

Date : 25 Jan 2023, ©

रेटिंग 9.7/10

Thursday, January 25, 2024

#H054 नया सवेरा (New Dawn)

 #H054

नया सवेरा (New Dawn) 

विदाई को अन्त न समझो।
यह तो एक नया सवेरा है।
जो जोड़ा है, अब तक तुमने,
उसमें नया और  कुछ जुड़ जाना है।

सीखा है जो, अब तक तुमने।
उसको कहीं और लगाना है।
सही तरीके से,
जो काम की मूरत तुमने सोची है।
उसको वहाँ बनाना है।
आगे बढ़ते जाना है।
आत्मसंतुष्टि को गले लगाना है।

आगे मिलने वाले सहयोगियों के साथ
सहयोग बना कर रखना है।
उतावला नहीं हो जाना है।
वरना फंस जाना है।
धीरे - धीरे सुधार को करते जाना है
और अगले काम में सफल हो जाना है।

बहुत सी यादें लेकर जाना है
कुछ को यहीं छोड़ जाना है।
उनको गले नहीं लगाना है।
जीवन आगे बढ़ने का नाम है।
और तुम्हें बढ़ते जाना है।

सफल रहो, आगे जीवन में,
"नासमझ" ने बस यही फरमाना है।

याद अगर आये हमारी,
बस फिर तुमने एक फोन लगाना है।
हंसते - हंसते बात हो जाना है।
फोन लगाने में कभी भी
संकोच नहीं करना है तुमने।
अगर जरूर पड़ी हमारी
तुमने हमको अपने साथ ही पाना है।
ऐसा हमने सदा वचन निभाना है।
बस शर्त यही है हमारी,
तुमने हम पर विश्वास जताना है।

आज तुमने जाना है।
कल और किसी ने जाना है।
जीवन बढ़ने का नाम है।
और आगे बढ़ते जाना है।
नदी सा बहते जाना है।

वरना तालाब बन जाना है।
जिसमें किसी ने नहीं नहाना है।
कीचड़ हो जाना है और सूख जाना है।
ऐसे में खुद को तालाब बनने से,
हर किसी ने  बचाना है।
विचारों में नयापन बनाऐ रखना है।

जीवन बढ़ने का नाम है।
और आगे बढ़ते जाना है।

धन्यवाद

देवेन्द्र प्रताप 

दिनांक 17 जनवरी 2024, ©

रेटिंग 9.5/10

Wednesday, January 24, 2024

#H053 ग्लेशियर पर सैनिक (Soldier on glacier)

#H053

ग्लेशियर पर सैनिक  (Soldier on glacier) 

सर्दी में तुम कांप रहे हो, घर पर।
रजाई में मुंह ढांप रहे हो, घर पर।
क्या भांप रहे हो, घर पर ?
कैसे सैनिक रहते हैं, ग्लेशियर पर।

सैनिक खड़े हुए हैं, सीमा पर।
ताकि देश के नागरिक रहें,
सुरक्षित घर पर, इसीलिए ।
सरहद पर सैनिक खड़े हुए हैं, तनकर।

क्या समझेंगे, लोग अपने घर पर।
कैसे रहते हैं? सैनिक सरहद पर।
खबरों को देख, टीवी पर ,
बस  इधर- उधर की बातें करते हैं ,
साथी के साथ, नमक मिर्च लगाकर।
सैनिक ऐसे रहते हैं, ग्लेशियर पर।

आओ हम, सरहद के कुछ दृश्य ,
दिखाने की कोशिश करते हैं।
हमारे देश की सरहद पर,
रेगिस्तान, पहाड़़, ग्लेशियर, दर्रे,
नदी - नाले, समुद्र, और
आकाश हुआ करते हैं ।
जवान मुस्तैद रहते हैं, हर सीमा पर।

चलो बात करते हैं, इसबार,
ग्लेशियर सरहद पर ।

पोस्ट पर, जाने से पहले,
21 दिन के अनुकूलन शिविर में ,
सैनिक रहते हैं,सियाचिन बेटल स्कूल में।
ताकि ठीक से रह सकें, ग्लेशियर पर।
शरीर को वहाँ के अनुकूल बनाते हैं।
कैसे रहना है? ग्लेशियर पर।
इसका प्रशिक्षण वो पाते हैं।
ऐसे जाने की तैयारी करते हैं, ग्लेशियर पर।

बर्फीले पहाड़ पर ,
कैसे सीधी चढ़ाई करते हैं ?
कैसे पार करते हैं, दर्रे ?
बर्फ से कैसे पानी बनाते हैं  ?
क्या नहीं करना है, उनको ?
इसका भी प्रशिक्षण पाते हैं।

कैसे टैंट लगाते हैं ?  ग्लेशियर पर।
कैसे गर्म रखें, शरीर को वहाँ पर?
इसकी की भी शिक्षा पाते हैं।
कड़ी परीक्षा पास कर, हर स्तर पर,
तब ही सैनिक जाया करते हैं।
आगे ग्लेशियर की पोस्ट पर ,
ऐसे जाने की तैयारी करते हैं, ग्लेशियर पर।

सात पर्तों वाले कपड़े़ पहनते हैंं।
तीस किलो सामान, रख पीठ पर।
पैदल 50 - 60  किलोमीटर चलते हैं।
एक दूसरे को रस्से से बांधकर,
अगर कोई छूट गया साथियों से,
फिर वापस न आ पाता घर पर।
नदी- नाले पार करते हुए, वो।
कई ट्रान्जिट कैम्प में रुकते हैं।
तब जाकर पहुँचते हैं, पोस्ट पर।
क्या भांप रहे हो घर पर?
सैनिक कैसे पहुँचते हैं, ग्लेशियर पर।

रिपोर्ट करते हैं, पोस्ट पर।
दिये काम को, वो।
निर्धारित समय में पूरा करते हैं।
रिपोर्ट भेजते हैं, बना कर।

टिन पैक खाना खाते हैं।
पाचन बिगड़ जाता है वहाँ पर।
ड्राईफ्रूट अच्छा बताते हैं।
बर्फ तोड़कर, ग्लेशियर पर।
पिघलाकर पानी बनाते हैं।
कभी - कभी बर्फ तोड़ने पर,
वो घायल हो जाते हैं।
यहाँ गम्भीर रूप से बीमार होने पर  ,
हैली सर्विस से अस्पताल जाते हैं।
क्या भांप रहे हो घर पर ?
सैनिक क्या- क्या करते हैं, ग्लेशियर पर।

टैंट में सोना, टैंट लगाने के लिए भी,
समतल बर्फ की जगह को ढूँढते हैं ।
लकड़ी के  फटटे, ड्रम लगाते हैं।
सलीपिंग सूट को नीचे से समतल व गर्म रख सकें।
इसलिए वो ऐसा करते हैं, वहाँ पर।
सैनिक ऐसे रहते हैं, ग्लेशियर पर।

सैनिक शरीर को यहाँ पर,
स्पंज वाश ही करते हैं।
बढ़ाते हैं, दाढ़ी और बालों को।
कटने का खतरा, मोल नहीं लेते हैं।
हिमस्खलन का खतरा, न आये औरों पर।
इसलिए ऐसी जानकारी लेते हैं।
जिससे सैनिकों को और आबादी को,
हिमस्खलन से बचाते हैं।
सैनिक ऐसे भी काम करते हैं, ग्लेशियर पर।

सियाचिन ग्लेशियर दुनिया की,
सबसे ऊॅंची युद्धभूमि है।
हमारे जवान हर वक़्त, हर मौसम में,
चौक्कने रहते हैं, वहाँ पर।
दुश्मन की हलचल होने पर
सीमा की रक्षा करते हैं।
सैनिक ऐसे लड़ते हैं, ग्लेशियर पर।

ओपी बाबा सैनिकों की,
हर मद्द किया करते हैं।
इसलिए ओपी बाबा,
एसबीएस में पूजे जाते हैं।
भटके हुए सैनिकों के लिए, वो,
रक्षक बन जाते हैं, ग्लेशियर पर।

ये 7 टर जीवन रेखा होते हैं, ग्लेशियर पर।
पोर्टर, जेनेरेटर, डाक्टर, वाटर,
स्नो स्कूटर, हेलीकॉप्टर, कैरो हीटर।

ड्राप जोन में सामान गिराते हैं।
स्नो स्कूटर से, ड्राप जोन से,
सामान को लाया करते हैं।
पोर्टर ही स्नो स्कूटर चलाते हैं।
कैरो ड्रम का कचरा,
बहुत मिलता है, ग्लेशियर पर।
सैनिक ऐसे रहते हैं, वहाँ पर।

सैनिक लौटने पर भी, 7 दिन तक,
अनुकूलन शिविर में रहते हैं।
आने वाले सैनिकों का मनोबल
ऊंचा रखने के लिए
रेजिमेंट में ढोल नगाड़े,
खूब बजाते हैं, वहाँ पर।

ग्लेशियर पर रहते हैं, जहाँ पर।
कल जहाँ थे, कभी - कभी,
वो बर्फ कई बार,पिघल जाती हैं।
बहकर नदी बन जाती है ।
हर पल सैनिक, खतरे में रहते हैं ।
अक्सर बुरे ख्याल आते हैं, वहाँ पर।
क्या घर वापस पहुंचेंगे, वो ?
ऐसे दिन कटा करते हैं, वहाँ पर।

हर साल कई जवान, ग्लेशियर पर,
अपंग हो जाते हैं और कई मर जाते हैं।
जो वापस आ जाते हैं, घर पर,
वो ईश्वर का शुक्रिया अदा करते हैं।
सैनिक ऐसे रहते हैं, ग्लेशियर पर।

घरों में रहने वाले, सपने में भी,
अंदाजा नहीं लगा सकते हैं,  घर पर।
सैनिक, ऐसे रहा करते हैं, ग्लेशियर पर

सर्दी में तुम कांप रहे, घर पर।
मुंह ढांप रहे हो, घर पर।
क्या अब भी भांप रहे हो घर ?
कैसे सैनिक रहते हैं, ग्लेशियर पर।

देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 14 नवम्बर 2023, ©

रेटिंग 9.8/10


Monday, January 22, 2024

#H052 तू ही राम है (You are God)

#H052
तू ही राम है (You are God) 

राम मरम है, राम करम है
राम नरम है,  राम रम है
राम पुरुष है, राम ही है रब।
रमा है हर कण कण में।
तभी राम है।
राम नाम ही सबका धरम है।

वाकी जीवन में केवल भ्रम है।
राम नाम के साथ है जीना ।
वही पुरुष का सच्चा धर्म है।

राम शील हैं, राम विनय हैं
संतोष राम हैं, क्षमा राम हैं
त्याग राम हैं, दोस्त राम हैं
वचन राम है, सम्मान राम हैं
संयम राम है, राम विजय हैं
राम शिष्य हैं, भक्त राम हैं।
राम चरित्र है,  सर्वश्रेष्ठ चरित्र हैं।
राम चरित्र को, जीना तेरा परम धरम है।
राम ही होना, तेरा धरम है।
अगर राम नाम के साथ है।
तब तू ही राम  है।
वरना जीवन केवल स्वार्थ है।

सकल विश्व की सुरक्षा राम है।
सकल विश्व की सफलता राम हैं।
तू ही राम है, राम ही पूर्ण विराम है।
कवि "नासमझ"  के यही राम है।

"नासमझ"
दिनांक 09 जनवरी 2024, ©

रेटिंग 9.5/10

Thursday, January 18, 2024

#H051 शरारत (Prank)

#H051

शरारत (Prank) 

एक लड़का है।
जिसके माता पिता कहते हैं,
शरारत मत करो।
वो कहता है ,
मेरे मन से आवाज है आती,
एक शरारत और करो।
और मैं कर जाता हूँ।

कई  बार मुझे चोट लगी है।
पर मैं शरारत करता हूँ।
बिना करे नहीं रह पाता हूँ।

नया करने से नहीं डरता हूँ।
हर रोज़ नया मैं करता हूँ।
गलती करने चोट लग जाती है।
ध्यान रहे, शरारत से नहीं।
लापरवाही से चोट लग जाती है।
इस पर मैं भी पछताता हूँ।
फिर से नयी शरारत करता हूँ।

देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 20 नवम्बर 2023, ©

रेटिंग 8.5/10

Wednesday, January 10, 2024

#H050 जुमला (Political Statement)

#H050

जुमला (Political Statement)


जुमले पर मुझे कुछ कहना है

विरोधियों ने तो जुमला जुमला रटते रहना है


पहला जुमला

"जीरो बैलेंस" पर जनधन खाते खुल वाए

हर गरीब को बैंक तक ले आए

छोटी छोटी पूंजी पर भी ब्याज दिलाए


दूजा जुमला

"स्वच्छता अभियान" लाकर

शौचालय को हर घर बनाए

हर गरीब को अच्छे जीवन

जीने की आस जगाए


तीजा जुमला

जिनके न थे घर

उनके पक्के घर बनवाए


अब जुमलों की संख्या

क्या लिखें हम

जुमले तो दिन व दिन  बढ़ते जाएं

इसलिए नम्बर नहीं लिख पाए


"बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ"

का जन जन में अलख जगाए

ताकि पुरुष महिला का अन्तर

भविष्य में  कम हो पाए



धुंऐ में माँ बहु बेटियां

चूल्हा बहुत जलाए

"गैस सिलिंडर" देकर

धुंऐ से दूर कराए


साहूकारों से लेते थे मंहगा ऋण

"मुद्रा ऋण" देकर साहूकारों के

ब्याज के चक्कर से दूर भगाए


"किसान फसल बीमा" लाकर

बेमौसम बर्षा से 

उनका बचाव कराए


डिजिटल को गति दिलाए

एप्लिकेशन, शिकायत, फोलोअप

अब आनलाइन करवाए

जनता की भाग दौड़ में कमी कराए

एक स्तर तक भ्रष्टाचार पर 

अंकुश लगवाए


"जीएसटी" लाकर 

प्रत्यक्ष कर प्रणाली को 

पूरे देश में एक कराए


"नोटबंदी" करके 

लाखों को कर प्रणाली में ले आए

डिजिटल भुगतान को 

यूपीआई की गति दिलाए


कोरोना में जुमलों झड़ी लगाए

ताली थाली बजवाऐ

टीवी पर रामायण दिखाए

बैक्सीन बिकसित करवाए

हर सज्जन को टीका  लगवाए

पर मैंदान छोड़कर घर में न छिप पाए


और बहुत से जुमले हैं

जिन्हें समझने की

विरोधियों से न कोई आस लगाए


मैं यह नहीं कहता 

जुमले वाले सब कुछ कर पाए

बहुत अभी है आगे करने को

यह भविष्य में मजबूत सरकार ही कर पाए


विरोधी अपना जुमला 

खुद ही न समझ पाएं

और खुद में ही फंसकर रह जाएं

जनता तक क्या पहुँचा पाए


विरोधीं करे जुमला जुमला

पर जनता को जुमले वाले ही मन भाए

पर अब भी जनता

नये जुमलों से भी न घबराए

अगली बार भी जनता 

जुमले वाले  को ही लाए


देवेन्द्र प्रताप 

दिनांक 30 अगस्त 2023,©

रेटिंग 8.5/10


Tuesday, January 2, 2024

#H049 नया जमाना (Skills create future)

#H049

नया जमाना  (Skills create future) 

 अगर करना कुछ, 

तुझे आता है।
तो तेरा यह जमाना है।

 
वरना डिग्रियाँ वाले बहुत है, इस जहाँ में।
जिन्हें रोना, धोना, कोसना आता है।
औरों को दोष लगाना आता है।

 
ज्ञान नहीं पूछा जाना है अब।
हर जगह कई रुप में उपलब्ध है
इंटरनेट पर सब कुछ मिल जाता है।

दिमाग से, 

कुछ नया बनाना है।

और करके दिखलाना है।
तभी तेरा जमाना है।
वरना, भीड़ में गुम हो जाना है। 

एआई ने ज्ञान को, 

सुलभ कराना है
एआई का जमाना है।
एआई का प्रयोग करो,
तब तुझे समझ ये आना है।

अगर तुझमें करने की शक्ति है,

लागू करने की क्षमता है।
तभी तुझे आगे जाना है।
तभी तेरा जमाना है।


वरना गाड़ी कैसे चलती है।
ये सबको मालूम होता है।
जो चला सके गाड़ी,
उसको ही चालक माना जाता है।
करने वाले का ही जमाना है।

देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 30 नवम्बर 2023,©

रेटिंग 9/10

Monday, January 1, 2024

#H048 बदलाव ही जीवन है (Changes are life)

#H048 

बदलाव ही जीवन है  (Changes are life)


समय विदाई का आ गया,  

कौन कहां जाएगा, बताया जाऐगा

कुछ बिछड़ जाएंगे,  

खुशी इस बात की है, कोई दूर नहीं जाएगा

कुछ नया भी आएगा 

साथ बिताया समय बहुत याद आयेगा

यह हम सबमें बदलाव लाएगा

बदलाव ही जीवन है 

आने वाला आयेगा


ज्यादा मत सोचो, जल्दी मर जाओगे 

हवाओं का रुख मोड़ने की न सोचो

खिलाड़ी बहुत हैं यहाँहवा में उड़ जाओगे

जल्दी  शहीदी पाजाओगेभूत प्रेत बन जाओगे

आत्मा शांत नहीं रख पाओगे

बदलाव ही जीवन हैलाने वाला लायेगा


देवेन्द्र प्रताप, ©

रेटिंग 8/10


#H475 7 मासूम (7 Innocents)

#H475 7 मासूम (7 Innocents) पिपलोदी स्कूल की छत गिर गई, सात मासूमों की जान चली गई। स्कूली प्रार्थना आखरी हो गई। घरों में घनघोर अंधेरा क...