#H055
अभी दूर बहुत जाना है.... (Long way to go...)
देशभक्त बहुत लड़े आजादी के लिए ,
गणतंत्र दिवस तब आया था
चले बहुत दूर हम, पहुँच रहे चांद और मंगल पर
पर अभी दूर बहुत जाना है
हाथ में हाथ डाल, बसुधैव कुटम्बकम अपनाना है
पानी अभी पहुंच से दूर, घर घर पहुंचाना है
हुई हवा बिषैली है, इसको साफ बनाना है
अपशिष्ट फैल गया धरा पर,
धरती माँ को इससे बचाना है
तार तार कर दिया हमने मानवता को
बांट दिया हमने जाति, धर्म में,
इसको सुलझाना है, हकदार को हकपाना है
भुला दिया हम ने इन्सान को,
खुद को इन्सान बनाना है
बहुत जुल्म, भ्रष्टाचार, लूट है दुनियाँ में
हर मजलूम को उसका हक पाना है
नारी शक्ति को पहचानो, दो सुरक्षित हालात,
साथियों यह तभी होगा, जब हम जिम्मेदार बनेंगे
प्रयत्नशील, संयमी, संघर्षशील , प्रगतिशील रहेंगे
अपने देश को आगे बढ़ाना है तो
संकल्प लो, शिक्षित बनोगे, स्वस्थ रहोगे |
संगठित रहोगे, प्रगतिशील विचार रखोगे
जिम्मेदार नागरिक बनोगे | तभी सही हकदार बनोगे कहने के,
रहे विजयी तिरंगा हमारा, सफल रहे गणतंत्र हमारा
अभी दूर बहुत जाना है, अभी दूर बहुत जाना है
जय हिन्द |
देवेन्द्र प्रताप
Date : 25 Jan 2023, ©
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