उमस क्या चाह रही है ?
ना पूरी धूप है,
ना ढंग से हवा चल रही है।
ना बारिश है,
बड़ी बैचेनी हो रही है।
चिपचिपाहट है,
गर्मी बहुत लग रही है,
उमस और बढ़ी है।
लगता है,
आसपास के इलाकों में
बारिश हो रही है।
उम्मीद है,
आज बारिश होगी।
यह क्या हुआ?
बारिश जा रही है,
धूप निकल आयी है।
किसी के स्पर्श से
शरीर दूर हट रहा है।
पसीना बहुत आ रहा है,
कपड़े जल्दी गीले हो रहे हैं।
खुजलाहट बढ़ रही है,
शरीर से जल्दी ही
बदबू आने लगी है,
डियो बिक्री बढ़ गई है।
बारिश, धूप, गर्मी और उमस
हमें चिढ़ा रही हैं।
नहाने की इच्छा हो रही है,
यह क्या हुआ?
नहाते ही चिपचिपाहट हो रही है,
उमस परवान चढ़ रही है।
कूलर बंद करा रही है,
एसी का साथ चाह रही है,
खर्चा बढ़ा रही है—
उमस आखिर क्या चाह रही है?
पानी पर्याप्त पीना है।
नहाने के बाद पाउडर लगाना है।
बिस्तर और चटाई सुखाना है।
सूती ढीले कपड़े पहनना है।
वेंटीलेशन को ज्यादा रखना है।
उमस से न घबराना है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 4 जुलाई 2025,©
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