मैं दसवीं में हूं (I am in 10th)
मैं दसवीं में हूं
पहली बोर्ड परीक्षा के
बारे में सोच रहती हूं
डरी-डरी सी रहती हूं
क्या होगा बोर्ड की परीक्षा में
अभी से सहमी-सहमी रहती हूं
मैं दसवीं में हूं।
अच्छे नंबर आने का
दबाव बना हुआ है
मन-मस्तिष्क में
बड़ा दबाव छाया हुआ है
जगह-जगह पर
ईश्वर को याद करती हूं
हर वक्त मैं पढ़ती रहती हूं।
मैं दसवीं में हूं।
अच्छे नंबर
ना आए तो क्या होगा
पापा-मम्मी क्या सोचेंगे
और पड़ोसी क्या बोलेंगे
साथी तो जो बोलेंगे सो बोलेंगे
इतना सब दबाव
हम कैसे झेलेंगे
इसलिए डरी-डरी सी रहती हूं
मैं दसवीं में हूं।
पापा कहते हैं
परीक्षा तो केवल परीक्षा है
नहीं है यह कोई पूरा जीवन
फिर डरना कैसा है तुमको
पूरी तैयारी करके परीक्षा दो
डर को पहले तुम धूल चटा दो
क्या होगा, इसको दिमाग से
दूर भगा दो।
जो होगा देखा जाएगा
होने से पहले क्यों
डर-डर के जिया जाए।
जोश से भरी हुई हूं
मैं दसवीं में हूं
कुछ भी कर सकती हूं
डर से जीत कर
मैं अपना भविष्य
अच्छा लिख सकती हूं
मैं दसवीं में हूं।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 24 अक्टूबर 2024,©
रेटिंग 9/10