#H188
जोश (Zeal)
"कविता में युवाओं के जोश, होश और संघर्ष के बारे में बताया गया है "
जोश से भरी है युवा शक्ति
पर जीवन बहती धारा है
क्या पता है इनको,
कहाँ नदी, कहाँ किनारा है।
जो चाहो बन जाओगी
लगन लगाओ, पढ़ाई में
शरीर बनाओ खेलों में
फिर उज्जवल भविष्य तुम्हारा है।
नेता बनो, वकील बनो, कर्नल बनो,
अभियंता बनो, डाक्टर बनो
या बन जाओ अभिनेता
हर जगह संघर्ष खूब है
लगन और स्थिर मन ही
हथियार तुम्हारा है
फिर सारा संसार तुम्हारा है
युवाओं को यह संदेश हमारा है।
सुनो जोश से भरे हैं हम
साथ में होश तुम्हारा है
जीवन बहती धारा है
पता है हमको
कहाँ नदी , कहाँ किनारा है।
पलट दें बहती धारा को,
ऐसा जोश हमारा है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 05 जुलाई 2024,©
रेटिंग 9.5/10