#H187
निवेश और जोखिम ( Investment and Risk)
"कविता में जीवन में उपयोगी निवेश के मुख्य प्रकार और जोखिम साधने के बारे में बताया गया है "
निवेश कई प्रकार से होता है
सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपोजिट
पीएफ, वीपीएफ,पीपीएफ,
मुचुएल फंड, आईपीओ, शेयर खरीदफरोख्त,
शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ओपशंस, डेरीवेटिवस
गोल्ड बान्ड, अचल संपत्ति,
कुछ सुरक्षित है, कुछ जोखिम ज्यादा होता है।
जोखिम कई तरह से साधा जाता है
जीवन बीमा, मेडिक्लेम,
गृह बीमा, लोन बीमा, वाहन बीमा
ईपीस पेन्शन, एनपीएस
तब जाकर जोखिम से डर कम हो पाता है।
पैसे सेविंग अकाउंट में रखते हो
कभी निकाल सकते हो।
पर ध्यान रहे ,
ब्याज बहुत कम पाते हो।
फिक्स डिपोजिट करते हो।
समय सीमा होने पर ही
पैसा निकाल पाते हो।
ब्याज सेविंग से अधिक पाते हो।
मिले ब्याज पर
अपनी दर से टैक्स भी चुकाते हो।
समय से पहले तोड़ा फिक्स्ड डिपोजिट,
फिर सेविंग का ही ब्याज पाते हो।
तीन साल तक की अवधि के लिए
यही उचित विकल्प तुम पाते हो।
कर्मचारी हो तो पीफ में जाओ।
वीपीएफ में पैसा लगाओ।
वरना पीपीएफ अपनाओ।
पीपीएफ में पैसा 15 साल
के लिए लगाते हो।
हर साल 1.5 लाख लगा पाते हो।
टैक्स में छूट पाते हो।
समयावधि पूरी होने पर भी,
मुनाफे पर टैक्स नहीं चुकाते हो।
5 साल बाद आंशिक धन भी
निकाल सकते हो।
सोने में निवेश कर सकते हो।
डिजिटल गोल्ड खरीदो।
चोरी होने का झंझट छोड़ दो।
सोबरेन गोल्ड बान्ड खरीदो।
निश्चित ब्याज पाओ।
आठ साल बाद पैसा पाओ।
मुनाफे पर टैक्स भूल जाओ।
फिजिकल सोना मत खरीदो।
और सुनार की कटौती से बच जाओ।
जीवन के लक्ष्यों को निर्धारित करो।
जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी, घर, वाहन खरीद आदि।
मुचुएल फंड में पैसा लगाओ।
एक बार में न लगाओ।
एस आई पी चलाओ
यानि सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान।
हर महीने लगातार खाते से पैसे कटाओ।
लार्ज इक्विटी फंड में पैसे लगाओ।
बाजार के चढ़ने उतरने का,
असर कम करते जाओ।
कंम्पाउंडिंग का फायदा उठाओ।
स्वत: ही डायवर्सीफायड पोर्टफोलियो पाओ
ज्यादा चिंता मत करो,
अच्छा मुनाफा उठाओ।
खुद से लगाओ या सलाहकार बुलाओ।
एस आई पी जरूर कराओ।
अगर जोखिम और उठा सकते हो।
तो डीमैट खाता खुल वाओ।
आईपीओ में पैसा लगाओ।
आईपीओ यानि इनिशिएल पब्लिक इसू
यूपीआई मेनडेट से पैसा लगाओ।
अगर शेयर मिल जाऐं,
मुनाफा लेकर बेच दो।
न निकले तो पैसा
अपने खाते में स्वत: ही पाओ।
अगर जोखिम लेने की क्षमता हो
शेयरों के बारे में जानो।
कम्पनी का प्रबंधन मजबूत हो।
पारदर्शी हो, प्रगतिशील हो।
बाजार भाव पर खरीदो।
मुनाफे का लक्ष्य रखो।
शेयर का भाव चढ़ जाने पर,
आंशिक मुनाफा बनाओ
और आगे बढ़ते जाओ।
पैसा छोटी छोटी धनराशि में लगाओ।
पोर्ट फोलियो को डायवर्सीफायड रखो।
घाटा 5℅ से बढ़े निकल जाओ
ज्यादा घाटे का जोखिम न उठाओ।
फिर से और कोई शेयर खरीदो।
लम्बे समय तक रखोगे
तो डिविडेंड पाओ।
डिविडेंड पर अपनी दर पर टैक्स चुकाओ।
मुनाफा अगर एक साल के अन्दर आया हो।
तो शार्ट टर्म कैपीटल गेन टैक्स चुकाओ।
अगर एक साल बाद मुनाफा पाया,
तो लांग टर्म कैपीटल गेन टैक्स चुकाओ।
हो जाए घाटा तो मुनाफा में से घटाकर
टैक्स चुकाओ।
अगर शेयर आज खरीदा हो।
और आज ही बेच दिया हो।
तो इसको डे ट्रेडिंग बतलाओ।
इस पर इन्ट्राडे का टैक्स चुकाओ।
मुनाफा और घाटा रोज के रोज पाओ।
रिटेल कस्टमर्स से अनुरोध है,
तुम इसको न अपनाओ।
जब तक जोखिम उठाने का
क्षमता न बना पाओ।
अचल संपत्ति में पैसा लगाओ।
विकासशील जगह पर लगाओ।
अच्छा मुनाफा पाओ।
प्लाट, घर, खेत में पैसा लगाओ।
फ्लैट में कम ही लगाओ।
डिप्रिसिऐशन का जोखिम न उठाओ।
जिस संपत्ति की निगरानी कर पाओ,
पैसा वहीं लगाओ।
वरना अवैध कब्जे का जोखिम उठाओ।
जोखिम साधने को बीमा करवाओ।
केवल जीवन बीमा करवाओ।
लेते वक्त कोई बीमारी न छिपाओ।
इनवेस्टमेंट को बीमा से अलग रखो।
वरना मुनाफा कम ही पाओ।
आकस्मिक इलाज खर्च का जोखिम,
साधने को मेडिक्लेम कराओ।
लेते वक्त कोई बीमारी न छिपाओ।
वरना बाद में पछताओ।
भूकम्प, आग, चोरी की जोखिम
साधने को प्रापर्टी सुरक्षा बीमा कराओ।
और निश्चित हो जाओ।
बच्चे किसी न किसी बहाने
तुमसे पैसा लेके रहेंगे।
बुढ़ापे में पैसा न होने की जोखिम को
साधने को पेन्शन जरूर कराओ
जोकि न तुम और बच्चे न तोड़ पाओ।
पेन्शन कराने के लिए,
एनपीएस में जाओ, टैक्स बचाओ
ईपीएस में जाओ।
कोरपस फण्ड जरुर बनाओ
ताकि पेन्शन ले पाओ
हंसी खुशी जीवन बिताओ।
नासमझ से बस यही समझ पाओ।
इसको अपनाओ, वरना पछताओ।
इस समझ को औरों को भी ,
ओर आगे बढ़ाओ।
निवेश और जोखिम समझाओ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 16 जून 2024,©
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