#H453
हाथों में हाथ (Hand in hand)
साथ निभाया सालों तक।
प्यार निभाया बरसों तक।
सदा साथ में सुखी रहे।
दुख में भी साथ
निभाया बरसों तक।
बच्चे हमको छोड़ गए।
जीवन में आगे बढ़ने को
अब दिन दोनों ही काट रहे हैं।
हाथों में हाथ रख कर अब तक।
थोड़ा बचा लेना अपने लिए
सारा पैसा कभी न देना।
कुछ पेंशन का इंतजाम करो।
किसी के सहारे की उम्मीद न करो।
सब व्यस्त रहते खुद में।
सांस तेरी रुक जाए पहले।
या रुक जाए पहले मेरी।
तो कैसे समय कटेगा बरसों तक।
किससे हम बोलेंगे ?
कौन हमें समझेगा ?
कैसे ऐसे जिएंगे हम बरसों तक।
आंखों की रोशनी कम हो जाएगी।
हाथ पैर सही से न चल पाएंगे।
बीमारियां धीरे-धीरे पांव पसारेंगी।
कोई कैसे समय बिताएगा बरसों तक।
जो होगा आगे देखा जाएगा।
जब तक साथ हैं, साथ रहेंगे
फिर तेरी यादों के सहारे
बाकी समय बिताएंगे।
वायदा रहा, हंसते हुए हम जाएंगे।
स्वर्ग में फिर एक हो जाएंगे।
देवेंद्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 4 जून 2025,©
रेटिंग 10/10
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