#H433
किस जगह आप ऐसा पाते ? (Where else do you find such a place?)
यहाॅं बैठ जाओ ।
अपनी इच्छा बताओ ।
क्या-क्या करवाना है
हमें बताओ।
सिर आगे झुकाओ।
दाएं झुकाओ।
अब जरा बाएं झुकाओ।
हिलो मत ज्यादा।
देखो जरा
बताओ क्या कुछ और करना है।
ठीक है तो उठ जाओ।
ग्राहक और सेवक
आपस में अक्सर बतलाते
कभी-कभी डींगे हांकते ।
खुद को खुद से ज़्यादा बतलाते।
रंग रुप में निखार लाने के
तरह तरह के काम कराते।
अभिनेता जैसे बनते
खिलाड़ियों जैसे भी बन जाते।
जो किसी के आगे सर ना झुकाते
हम यहाॅं उनका सिर भी झुकवाते।
हंसी खुशी से वो हमारी
बात मान जाते।
बताओ किस जगह आप ऐसा पाते ?
यहाॅं बाल कटाते।
यहाॅं फेशियल कराते।
बाल काले कराते।
तरह से तरह बिलीच कराते।
चंपी भी करवाते।
आजकल महिला पुरुष दोनों ,
एक जगह पर ही सेवा पाते।
यह यूनीसेक्स सैलून कहलाते।
कम बाल बाले भी जाते।
बिना बाल भी जाते,
दाढ़ी बनवाकर आते।
दाढ़ी वाले बस ट्रिम कराते।
हैंडसम हंक बन दिखलाते।
बालों वाले या गंजे
दोनों ही सैलून जाते।
इस पेशे में हम
कभी मंदी न पाते।
बच्चे जाने से कतराते।
जाते तो फिर मनचाही
डिजाइन बनवाते।
स्कूल में फिर पिटाई खाते।
ध्यान रखें ग्राहक और सेवक
प्रयोग किया हुआ ब्लेड
किसी और पर नहीं चलाते।
स्वच्छता से स्वास्थ्य बचाते।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 21 अप्रैल 2025,©
रेटिंग 9.5/10
#H475 7 मासूम (7 Innocents)
#H475 7 मासूम (7 Innocents) पिपलोदी स्कूल की छत गिर गई, सात मासूमों की जान चली गई। स्कूली प्रार्थना आखरी हो गई। घरों में घनघोर अंधेरा क...
-
#H054 नया सवेरा (New Dawn) विदाई को अन्त न समझो। यह तो एक नया सवेरा है। जो जोड़ा है, अब तक तुमने, उसमें नया और कुछ जुड़ जाना है। सीख...
-
#H022 गुरु मार्ग (Teachings) समाज में रहे भाईचारा, एकता,सच्चा धर्म, सेवा, मानवता है, मूल सिद्धांत तुम्हारा । धर्मिक सहिष्णुता और बढ़ाओ।...
-
#H115 तेरा कितना हुआ (Increment) "यह कविता वेतन वृद्धि और पदोन्नति की घोषणा के बाद कर्मचारियों में उत्पन्न मानवीय वातावरण को दर्शाती ...