#H424
अब बड़े भी कार्टून हो गए हैं (Now even adults became cartoons)
आजकल के बच्चे
कार्टून देखते देखते बड़े हो गए हैं।
और कार्टून जैसे हो गए हैं।
टीवी, मोबाइल, लेपटॉप
पर हर समय कार्टून देखने
और गेम खेलने के आदी हो गए हैं।
कार्टून जैसे बोलने लगे हैं।
चलने लगे हैं और कपड़े पहनने लगे हैं।
भावनाओं को खोते चले हैं।
रात में कम सोने लगे हैं।
आंखों की रोशनी खोने लगे हैं।
चिड़चिड़े हो चले हैं ।
अब तो हद हो गई है।
जब से एआई इमेजिंग आई है।
बड़े नर - नारी भी
कार्टून बनने के लिए पागल हो गए हैं।
डेटा सिक्योरिटी को भूल गए हैं।
अब बड़े भी कार्टून हो गए हैं।
इंसान हो, इंसान रहो।
खुद को कार्टून न बनाओ।
खुद पर संयम रखो।
जो तुम्हारा डेटा स्टोर न करे।
तीसरे पक्ष को मुहैआ न कराए।
तभी साइबर सुविधा उपयोग करो।
अपनी फोटो गैलरी,
डेटा का अधिकार न दो।
ऐसे साइबर सुरक्षा को अपनाओ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 07 अप्रैल 2025,©
रेटिंग 10/10
#H475 7 मासूम (7 Innocents)
#H475 7 मासूम (7 Innocents) पिपलोदी स्कूल की छत गिर गई, सात मासूमों की जान चली गई। स्कूली प्रार्थना आखरी हो गई। घरों में घनघोर अंधेरा क...
-
#H054 नया सवेरा (New Dawn) विदाई को अन्त न समझो। यह तो एक नया सवेरा है। जो जोड़ा है, अब तक तुमने, उसमें नया और कुछ जुड़ जाना है। सीख...
-
#H022 गुरु मार्ग (Teachings) समाज में रहे भाईचारा, एकता,सच्चा धर्म, सेवा, मानवता है, मूल सिद्धांत तुम्हारा । धर्मिक सहिष्णुता और बढ़ाओ।...
-
#H115 तेरा कितना हुआ (Increment) "यह कविता वेतन वृद्धि और पदोन्नति की घोषणा के बाद कर्मचारियों में उत्पन्न मानवीय वातावरण को दर्शाती ...