#H409
जो कहें वही सही (Whatever you say is right)
याद न करो, अपना खाता या बही ।
जो फिरंगी कहे, कम्पनी में वही है सही ।
चलती रहेगी, नौकरी सही।
जहाॅं दिखलाई होशियारी।
करो फिर पिलने की तैयारी।
सुबह से शाम तक,
या फिर काम करो अतिभारी।
फिरंगी आवाज लगाएंगे ।
सुधार का विचार देना होगा।
पर काम अपने ही करवाएंगे।
जिम्मेदारी तुम्हारी ही बतलाएंगे।
माहौल अच्छा बतलाएंगे।
अपने हिसाब से नियम बदलते जाएंगे।
कभी पास, कभी उसी को फेल कराएंगे।
करने वालों में आक्रोश बढ़ाते जाएंगे।
कर्मचारी संतुष्टि सर्वेक्षण में
संस्थान को अब्बल बतलाएंगे।
चाटुकारिता यों ही बढ़ाते जाएंगे।
अन्त में कहना ही होगा ।
ना खाता, ना बही, जो फिरंगी कहें।
कम्पनी में वही है सही।
अगर ऐसा ही करते जाएंगे ।
भारतीय संस्थान उन्नत कैसे हो पाएंगे।
कर्मचारी हक कैसे पाएंगे।
हम तो पिछलग्गू बन जाएंगे।
सही से काम बांटों और बताओ ।
कामगारों को सम्मान जताओ।
सुरक्षा का स्तर बढ़ाओ।
संस्थान में पारदर्शिता लाओ।
कर्मचारी संतुष्टि बढ़ाओ।
बढ़ी हुई उत्पादकता पाओ।
गुणवत्ता में अब्बल आओ।
जो सही है करो वही।
और भूल जाओ,
फिरंगी कहें, वही है सही।
वही है देश के लिए सही।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 19 मार्च 2025,©
रेटिंग 9.7/10
"कर्मचारी अधिकार और संस्थागत पारदर्शिता"
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