#H369
एक ऐसी प्रार्थना हो जाए (Let there be such a prayer)
सुबह से शाम तक मांगते ।
मांग मांगकर न थकते।
प्रभू यह दे दो, प्रभू वो दे दो।
यह हो जाएगा तो
इतना चढ़ावा देने का वायदा करते।
वो हो जाएगा तो
वहां की यात्रा का वायदा करते।
यह कैसी पूजा है, कैसी साधना है।
जो व्यापार को भी शर्मा दे।
पूजा नाम है देने का।
पर देना न सीख पाते ।
प्रार्थना को कैसे सार्थक बनाते ?
फिर तो व्यापारी बन जाते।
भिखारी कभी पूजा न कर पाते।
कोई मांगे कुछ भी,
मांगने वाले भिखारी कहलाते।
जब कुछ न दे पाते ।
स्वर्ग का सपना क्यों देखते ?
जो देते दान किसी को,
भगवान उसी को,
सोना बनाकर लौटाते।
तेरी झोली संपन्न बनाते।
जिसने कभी कुछ दिया नहीं।
उसे भव सागर कैसे लेकर जाते ?
पूजा कर ले , चाहे कर ले यज्ञ।
बिना दिए कोई मोक्ष,
हासिल नहीं कर पाते।
असल पूजा तो देना।
अर्पण कर ही प्रभू को पाते।
विद्वान, दान देने को ही धर्म बताते।
मांगने को अधर्म फरमाते।
जो दान करते, शांति पाते।
अपनी क्षमता से ही करना,
यह भी बतलाते।
दान देने में ध्यान रहे,
जरुरतमंद को ही दान देते।
वरना इसको व्यर्थ बताते।
भिखारी बन कभी पूजा न कर पाते।
केवल व्यापारी बनकर रह जाते।
या भगवान को घूस दिखाते।
भक्त की मर्यादा दांव पर लगाते।
आज लोग भोग विलास में पैसा उड़ाते।
दान के नाम पर अक्सर पीछे हठ जाते।
आगे आओ एक अनाथ का खर्च उठाओ।
देश से गरीबी, लाचारी दूर भगाओ।
प्रभू की शरण में साक्षात स्थान पाओ।
जाते समय शांत मन से जाओ।
बढ़ता हुआ पौधा छोड़ जाओ।
देने से पाने की कला, सिखा जाओ।
प्रार्थना को सफल बनाओ।
देवेंद्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 03 फरवरी 2025, ©
रेटिंग 9.9/10
#H475 7 मासूम (7 Innocents)
#H475 7 मासूम (7 Innocents) पिपलोदी स्कूल की छत गिर गई, सात मासूमों की जान चली गई। स्कूली प्रार्थना आखरी हो गई। घरों में घनघोर अंधेरा क...
-
#H054 नया सवेरा (New Dawn) विदाई को अन्त न समझो। यह तो एक नया सवेरा है। जो जोड़ा है, अब तक तुमने, उसमें नया और कुछ जुड़ जाना है। सीख...
-
#H022 गुरु मार्ग (Teachings) समाज में रहे भाईचारा, एकता,सच्चा धर्म, सेवा, मानवता है, मूल सिद्धांत तुम्हारा । धर्मिक सहिष्णुता और बढ़ाओ।...
-
#H115 तेरा कितना हुआ (Increment) "यह कविता वेतन वृद्धि और पदोन्नति की घोषणा के बाद कर्मचारियों में उत्पन्न मानवीय वातावरण को दर्शाती ...