नमक (Salt)
"डांडी यात्रा" की याद आए।
"नमक का दरोगा" न भूला जाए।
नमक टैक्स की याद दिलाए।
गांधीजी और मुंशीजी याद आए।
नमक बुरकर जो खाए।
अपना रक्तचाप वो बढ़ाए।
दिल का मरीज जल्दी बन जाए।
जिसके शरीर में नमक कम हो जाए।
घेंघा रोग हो जाए।
अगर सोडियम कम हो जाए।
कदम भी ढंग से न रख पाए।
हड्डियां कमजोर होती जाए।
नमक का हक जो चुकाए,
"नमक हलाल" कहलाए।
करे जो गद्दारी,
"नमक हराम" बन जाए।
नमक सभी को भाए।
बिन नमक, खाना न खाया जाए।
नमक हर सब्जी का स्वाद बनाए।
गरीब तो अक्सर ,
नमक से रोटी खाए।
नमक और प्याज का गंठा
सब्जी की जगह काम आए।
नमक डालकर रोटी, परांठे,
पूड़ी, कचौड़ी बनाई जाए।
जब सब्जी न मिल पाए।
या कोई स्वाद बदलना चाहे।
नमक सोडियम और क्लोरीन
का अवयव कहलाए।
आयोडीन भी इससे मिल जाए।
सफेद आमतौर पर मिले
काला, लाहौरी, सेंधा ,
नमक के कई प्रकार मिलें।
अपना अपना असर दिखाए।
पर स्वाद सभी जगाएं।
सेंधा व्रत में काम आए।
सलाद पर भी नमक डाला जाए।
किसी ने सहायता दी
तुम्हारे फायदे के लिए।
और उल्टा मूर्ख तुम आरोप लगाओ।
फिर कहावत सार्थक हो जाए।
"गधे को नमक देना"
जब कोई किसी के असफलता पर
बार-बार चर्चा करवाए
"घाव पर नमक छिड़कना"
मुहावरे की याद दिलाए।
अगर अपनी अच्छी सेहत चाहो।
घर में टेबल से नमक हटाओ
खाना है तो सेंधा और काला खाओ।
ऐसा चिकित्सक सुझाएं।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 21 जनवरी 2025,©
रेटिंग 9.7/10