#H341
आम आदमी का भ्रमण (common man's tour)
कोई कब घूमने जाए।
परिवार से ही न मिल पाए।
जब बाहर नौकरी करने जाए।
छुट्टी न मिल पाए।
मुश्किल से घर आ पाए।
कोई कहाॅं घूमने जाए।
जब परिवार से मिलने जाए।
बहुत हुआ तो मंदिर जाए।
ऐसे से जीवन कट जाए।
समुद्र बीच पर घूमना,
पहाड़ों पर जाना,
बस सपना ही बन जाए।
फिर तो बजट भी मुद्दा बन जाए।
सबको कैसे साथ ले जाए।
कैसे घूमने जाए।
रेल में टिकट कंफर्म न मिल पाए।
हवाई टिकट पहुंच से बाहर आए।
फिर अगले साल चलने की
बच्चों में उम्मीद जगाए।
आम आदमी का जीवन
ऐसे ही कटता जाए।
भारत भ्रमण का सपना रह जाए।
थोड़ा - थोड़ा करके पैसा जोड़ा जाए।
समय से योजना बनाई जाए।
फिर सपना भी पूरा हो जाए।
पूरा भारत भ्रमण ही क्या,
विदेश भी घूमना संभव हो जाए।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 3 जनवरी 2024,©
रेटिंग 9/10
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