#H324
हनन (Violations)
हर मात पिता सिखाए।
एक मानव है,
एक मूल्य है, एक धरा है।
एक जैसा सबका अधिकार होता।
फिर शोषण को कौन सिखाए ?
हमें समझ न आए।
न हो किसी का हनन
यह उद्देश्य हमारा है।
फिर क्यों हर कोई दूर खड़ा है।
मानव को डसने वाला मानव ही है।
बम चलाए, गोला बारूद जलाए।
घर तोड़े, शहरों को नष्ट करे
फिर बोले
सबको समान अधिकार मिले ।
यह उद्देश्य हमारा है।
हर किसी को मान मिले
सम्मान मिले
कोई न बंचित हो
न कोई शोषित हो।
यह सोच हमारा है।
यह उद्देश्य हमारा है।
मानव ने संगठन बनाए
ताकि शोषण से बचाया जाए।
यह हनन की रिपोर्ट बनाए।
यातना, भेद-भाव, युद्ध अपराध
दुनिया को बताए।
युद्ध बंदियों को बचाए।
शिक्षा का अधिकार दिलाए।
कानूनी हक दिलवाए।
आपदा में सहायता जुटाए।
बंदिशें भी लगवाए।
राजनीतिक हस्तक्षेप से
मान इसका घटता जाए।
धन की कमी से
काम न कर पाए।
शोषित करने वाले
सहायता देने की बात दोहराए।
मानव, मानव से ही
सबसे ज्यादा डसा जाए।
सांप तो व्यर्थ में बदनाम हो जाए।
चुनिंदा जगह पर शोर मचाए।
वरना मूकदर्शक बन समय बिताए।
मानवाधिकार संगठन संदेह आ जाए।
सबको मिलकर चाहिए ।
संगठन को ऐसी बीमारी से बचाए।
पारदर्शिता और
सशक्त भागीदारी बढ़ाई जाए।
तभी इसका मान रह पाए।
ताकि उद्देश्य पूरा कर पाए।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 10 दिसंबर 2024,©
रेटिंग 8.5/10
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