#H318
एक वतन, एक इंसान (One Nation, One National)
मस्जिद खोदो,
मंदिर खोदो,
यहां पर खोदो,
वहां पर खोदो।
अपने धर्म को खोदो,
जाति को खोदो,
समय निकालो,
ज़रा खुद को भी खोदो।
क्या निकलेगा,
ज़रा यह सोचो।
एक अंश है,
एक वंश है।
एक परम है,
फिर क्यों खड़ा किया है
कैसा यह दंश है।
बस इंसान को न खोदो।
जहां जो गड़ा है, रहने दो।
बस समय निकालो,
खुद को खोदो।
बस अपना इंसान
धूमिल न होने दो।
एक वतन, एक रक्त,
धर्म-जाति को रहने दो।
घर से बाहर न आने दो।
जीवन को सुहाना बनने दो।
नेताओं को जाने दो।
एक बार धर्म खोदकर
बंटवारा कर डाला।
लोगों को बेघर कर डाला।
पंजाब को भी
अलग राह न चुनने दो।
अब न देश को खुदने दो।
धर्म और राजनीति को
अलग-अलग ही रहने दो।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 05 दिसंबर 2024,©
रेटिंग 9/10
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