रिश्तेदारी में होशियारी (Smartness in relationships)
खून का रिश्ता
व्यवहार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
यार का रिश्ता
वफ़ा का रिश्ता
बहुत से रिश्ते
जीवन में मिल जाएंं।
हनुमान राम का रिश्ता
भक्ति का रिश्ता
स्वामी के लिए जलधि लांघा जाए।
बिन मोह के रिश्ता निभाया जाए।
कुंभकर्ण रावण का रिश्ता
कुटम्बी का रिश्ता
परिवार के साथ
मर मिटा जाए।
विभीषण रावण का रिश्ता
धर्म का रिश्ता
धर्म न छोड़ें
चाहे कोई भी बिछड़ जाए।
दुर्योधन कर्ण का रिश्ता
दोस्ती का रिश्ता
भले ही ग़लत हो
दोस्त छोड़ा न जाए।
द्रोपदी कृष्ण का रिश्ता
प्रभू प्रेम का रिश्ता
विपदा में
भक्त की लाज बचाए।
पन्ना धाय उदय सिंह का रिश्ता
कर्तव्य का रिश्ता
अपना सब कुछ जाए
पर कर्तव्य बिमुख
न हुआ जाए।
जो जैसे निभाए,
वैसा ही मान पाए।
पर इतिहास से
ज्यादा न सीख पाए।
रिश्ता तो वही चल पाए
एक आए, दूजा जाए ।
संकट आऐ, फिर भी आए
विपदा में भी सदा साथ में
खड़ा मिल जाए
वरना लोग अपना हक जताएं
बंटवारे पर हिस्सा मांगने आऐं।
हर बार कोई नया बहाना बनाएं।
पर रिश्तेदारी कभी न निभाएं।
ऐसे केवल मतलब पर ही
दरवाजा तुम्हारा खटखटाएं
ऐसों से तो फिर प्रभू बचाएं।
सदा निभाओ, दिल से रिश्तेदारी,
अच्छी नहीं, रिश्तेदारी में होशियारी।
वरना भूल जाओ रिश्तेदारी।
दोनों की होती समान जिम्मेदारी।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 26 नवम्बर 2024,©
रेटिंग 9.8/10