#H238
आज की दुनियादारी। ( Today's life)
चुगलखोरों से बचो ।
तुम से सच कहने की
हिम्मत न जुटाऐंगें।
बस चुगली ही लगाऐंगे।
मुफ्तखोरों से बचो।
तुझे कभी न खिलाऐंगे।
बस खाकर भूल जायेंगे।
आस्तीन के सांपों से बचो
सारा दूध पी भी जायेंगे।
पर डसने से बाज न आयेंगे।
अपनों से बचो।
एक दिन तो दुश्मन बन जायेंगे।
जिस दिन आगे निकले तुम
दिल से खुश न हो पायेंगे।
मुस्कुराते रहने वालों से बचो।
मीठेपन के पीछे जहर लगाऐंगे।
भले बनते दिखेंगे।
काट तुम्हारी जरूर करेंगे।
उधार लेने वालों से बचो।
वापस न लौटाऐंगे।
लेकर पैसा उड़ा देंगे।
मांगने पर मुंह बनाऐंगे।
जलने वाले से बचो।
तेरी सफलता न पचा पाऐंगे।
कुछ न सही तो
नजर जरूर लगाऐंगे।
किस किस से बचो।
आज की दुनियादारी में
हम कहाँ सब बता पाऐंगे।
नासमझ भी अपना सिर खुजालऐंगे।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक : 04 सितम्बर 2024,©
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