#H195
मंथन (Brainstorm)
"कविता में आत्ममंथन करने की आवश्यकता को बताते हुए लक्ष्य पाने को प्रेरित किया गया है। "
तुझे मंथन करना होगा
क्या पाया है, क्या खोया है
कहाँ खड़ा है, कहाँ पड़ा है
क्या सो गया है, कहाँ खो गया है
कितना लड़ा है,
क्या हार गया है
क्या भटक गया है
लक्ष्य को क्या भूल गया है
तुझे मंथन करना होगा
अभी तुझे कहाँ जाना है
क्या नया करना है
क्या क्या पाना है
समाज क्या लौटाना है
लक्ष्य, अब नया बनाना है
रणनीति को फिर चमकाना है
मंजिल को सफर बनाना है
तुझे मंथन करना होगा
थक नहीं जाना है
लड़ते ही जाना है
लक्ष्य नहीं है कोई मंजिल
सफर तेरा असली मंजिल है
लड़ते जाना है, चलते जाना है
लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना है।
हंसते - हंसते चले जाना है।
तुझे मंथन करना होगा।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 16 जुलाई 2024,©
रेटिंग 9.7/10