#H139
एकला चलो रे
एकला चलो रे
कठिन है मगर
दूर है तेरी डगर
एकला चलो रे
अपना कर्म किये जा रे
फल की मत सोच
वो तो देने वाला देगा रे
अपने करम पे
भरोसा किये जा रे
जो आये साथ तेरे
उसको साथ ले चलो रे
लोग जुड़ते जायेंगे
एक कारवां बन जायेगा
अपना पूरा देता जा रे
सही का पता सबको
लग ही जायेगा रे
एकला चलो रे
जायेगा भी एकला रे
भय फिर किस बात का
आना एकला रे, जाना एकला रे
मोह, भय, किस बात का
एकला चलो रे
एकला चलो रे
कर्म तेरे रह जायेंगे रे
दुनिया से तेरे जाने पर
ये ही याद रह जायेंगे रे
निर्भय एकला चलो
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 08 अगस्त 2023, ©
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