#H153
मिडिल क्लास
"कविता में मिडिल क्लास आदमी के संघर्ष और सिद्धांत के बारे में बताया गया है। "
मिडिल क्लास आदमी
होता है संवाहक।
संस्कृति का, मर्यादा का
और उसूलों का
समाज को लेकर चलने वाला
होता है मिडिल क्लास आदमी।
संसाधन सदा पड़ते हैं कम
व्यस्त रहे हर दम
बिजली का बिल न बढ़ जाऐ
पानी की टंकी
ओवर फ्लो होकर न बह जाऐ
उबलता दूध न निकल जाऐ
खर्चे की चद्दर न फट जाऐ
इसी में लगा रहे हर दम।
हर रोज काम पर जाता है
फिर चाहे निकलने को हो दम।
सपने देखने में रहता है
व्यस्त हर दम
आस लगाए बैठा है
बच्चे पढ़कर, कर लें कुछ काम
पर मुस्कान नहीं होने देता है कम
उम्र नहीं है शादी की
ढूँढ रहा घर बार
विवाह करूँ बच्चों का
इससे पहले निकले मेरा दम।
संस्कार न डिगने पाऐ
चोरी का माल घर में न आये
खुद का न हो जाऐ सम्मान कम
इसी सोच रहता है हर दम।
सब कुछ सह सकता है
पर न निकले उसके सपने का दम।
मौके न छिन जाऐं बच्चों के
इसी सोच में डूबा रहता है हर दम।
भ्रष्टाचार ने कर दिया है इसको बेदम
जोगी जब भी घर आऐ
भूखा फिर न जाए
मैं भी भूखा न सोऊं
इतना मुझको देना।
ऐसी मांग रखे रब से हर दम।
धन्यवाद।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
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