#H142
कर्मयोगी
"कविता में कर्म करने के महत्व को दिखाया गया है। "करने वाले ही सीखा करते हैं
करने वाले ही फेल हुआ करते हैं
फिर नये सिरे अगला कदम उठाया करते हैं
न करने वाले तो सिर्फ
बैठकर दोष निकाला करते हैं
किसी काम को करने से पहले
खराब होने की दलील दिया करते हैं
करने वाले ही विजयी हुआ करते हैं
लड़ने वाले ही शहीद हुआ करते हैं
कायर तो रणछोड़ हुआ करते हैं
शहीद हुए जो रण में वो
निस्वार्थ कर्म का पाठ पढ़ाया करते हैं
जो सपना देखा करते हैं
वो ही कुछ नया बनाया करते हैं
न करने वाले तो
सही समय पर, न करने का
अफसोस जताया करते हैं
करने वाले ही विजयी हुआ करते हैं
करने वाले को ही कर्मयोगी कहा करते हैं
दिनांक 04 सितम्बर 2023,©
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