#H150
मनमोहन
"कविता में एक अच्छे फोलोवर को लीडर बनने की स्थिति को दर्शाया गया है। "
सबके मन को भाने वाला
मनमोहन बन जाता है
कान्हा हमें
सदियों से याद दिलाता है।
सबका अच्छा रहने वाला
अपनी नहीं चलाने वाला
हर हाल में,
फैसला पूछकर करने वाला
कलयुग का मनमोहन कहलाता है।
जहाँ चले सुई वहाँ
तलवार से क्या हो पाता है
मैडम न मिले तो
मनमोहन कहाँ चल पाता है।
लीडर की जगह
लीडर ही भाता है
अच्छा फोलोवर
लीडर नहीं बन पाता है
खुद भी परेशान होता है
औरों को करता रहता है।
निर्णय लेने से घबराता है
पर सब कुछ पाना चाहता है।
यह असली मनमोहन कहलाता है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 20 अप्रैल 2024, ©
रेटिंग 9/10