#H112
पैसा-पैसा (Money - Money )
जिंदगी आदमी की हो गयी है पैसा-पैसा
उसके लिए न समाज, न रिवाज
न ही जज्बात है,
बस है हर वक़्त करता पैसा-पैसा
अपने शौक का पता नहीं
सेहत का ख्याल रखा नहीं
प्रकृति का मज़ा चखा नहीं
बस करता रहता है पैसा-पैसा
बच्चों संग ढंग से खेला नहीं
कभी भी खुलकर खिलखिलाया नहीं
बीबी बच्चों को संग कहीं घुमाया नहीं
हर वक़्त करता रहता है पैसा-पैसा
देर से रोज उठा नहीं
सुबह का सूरज देखा नहीं
रात को जल्दी सोया नहीं
बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए
कभी घर रुका नहीं
विटामिन डी कभी बढ़ा मिला नहीं
ईलाज के बाद पैसा बचा नहीं
इस वजह से बस करता रहता है पैसा-पैसा
जल्दी सुबह काम पर जाता रहा
देर से रात में आता रहा
सुबह का सूरज देखा नहीं
अपने काम में खुद को खपाता रहा
बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए
घुट घुटकर पैसा कमाता रहा
विटामिन डी कभी बढ़ा मिला नहीं
इलाज पर कमाया हुआ गंवाता रहा
इस वजह से बस करता रहता है पैसा-पैसा
आने वाले समय की सोच में
वर्तमान का मज़ा चखा नहीं
जो हाथ में है उससे खुश हुआ नहीं
सफलता पैसे के पैमाने पर तौलता रहा
बस करता रहता है पैसा-पैसा
अभी वक़्त है
लेलो मज़ा वर्तमान का
भविष्य किसने देखा है
भूत में कुछ रखा नहीं
मतकर हर वक़्त पैसा-पैसा
हर कोई सदा के लिए यहाँ रहा नहीं
खुश रहले अपनों में
किसी के चेहरे पर ला खुशी दे
अपने दिल में सुकून पा ले
औरों से अपने लिए दुआ कमाले
बस यही है तेरा
जो कभी घटा नहीं
किसी से बंटा नहीं
खुश रहले प्यारे
मतकर पैसा-पैसा
साथ में यह किसी के गया नहीं
Dated 04.07.2023, ©
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