#H092
गुटबन्दी (factionalism)
जब देश करें गुटबन्दी
वो कूटनीति कहलाती है
कमजोर देश को भी
ताकतवर से लड़वाती है
जब नेता करें गुटबन्दी
वो राजनीति कहलाती है
कम संख्या होने पर भी
इस गुट की सरकार बनाती है
धर्म करे गुटबन्दी
वो कट्टरता कहलाती है
इक इंसान को भी
शैतान बनाती है
जब जाति करे गुटबन्दी
वो पछपात कहलाती है
समाज में
भ्रष्टाचार बढाती है
जब राज्य करे गुटबन्दी
वो क्षेत्रवाद कहलाती है
केन्द्र से विकास फण्ड दिलवाती है
अन्य राज्य के मजदूरों को
व्यर्थ में मर वाती है
जब अधिकारी करें गुटबन्दी
वो विशेष सुरक्षा कहलाती है
भ्रष्ट राजनेताओं से
अधिकारियों को बचाती है
खुले हाथ विकास काम करने का
अवसर दिलवाती है
जब किसान करें गुटबन्दी
तो राजनीति हो जाती है
किसान की हक की लड़ाई
अधर में रह जाती है
पार्टियां इसमें लाभ उठाती है
संस्थान मालिक करे गुटबन्दी
वो रणनीति कहलाती है
मजदूरों को जब चाहे
कम करने की आजादी दिलवाती है
सरकारों पर अपने माफिक
पालिसी बनाने का दबाव बनाती है
जब मजदूर करे गुटबन्दी
वो यूनियन कहलाती है
जो मालिक मन नहीं भाती है
अच्छी पालिसी बनबाने
का पूरा दबाव बनाती है
श्रमिक को सुरक्षा दिलवाती है
कभी संस्थान बन्द होने का
कारण भी बन जाती है
मालिक और नेताओं की गुटबन्दी
यूनियन तुड़वाती है
मजदूरों को बेरोजगार कराती है
महिला पुरुष करे गुटबन्दी
वो शादी कहलाती है
समाज आगे बढने
का कारण बन जाती है
माँ बाप करे गुटबन्दी
भावुक गुण्डागर्दी कहलाती है
बच्चों को खुद के मन की
करने से रुकवाती है
वो बच्चों मन नहीं भाती है
जब बच्चे करें गुटबन्दी
मनमानी करवाती है
वो शैतानी करवाती है
कभी बहुत पिटवाती है
ये कैसी कैसी गुटबन्दी
मुझे एक समझ नहीं आती है
जब तक सिर पर न पड़े किसी के
तब तक गुटबन्दी नहीं भाती है
कमज़ोरों की गुटबन्दी भी
बलशाली पर भारी पड़ जाती है
अपनी अपनी चुनो गुटबन्दी
यह सबका मूल्य बढ़ाती है
मजबूत विपक्ष की गुटबन्दी
सत्ता पक्ष से अच्छा काम कराती है
कभी कभी भ्रष्ट गुटबन्दी
तुमको मूर्ख बनाती है
गुटबन्दी मुझे एक समझ नहीं आती है
देवेन्द्र प्रताप , ©
रेटिंग 8.5/10