हे भारतीय नारी, तू हर रूप में है सबकी प्यारी ( Indian Women lovely in every form)
हे नारी, हर रूप में है प्यारी
तू ही कन्या, और सुन्दरी,
बहन, भार्या, और मात हमारी
सदा रही है पुरुषों पर भारी
हर अवतार में भगवान रहे, तेरे आभारी
फिर भी पुरूष भूल करे है, भारी
महिलाओं में देख रहा लाचारी
धन चाहो तो होना होगा, लक्ष्मी के आभारी
ज्ञान अर्जन के लिए सरस्वती माँ हैं, सब पर भारी
शक्ति चाहो तो, दुर्गा के हो जाओ आज्ञाकारी
यही विधान बना गये, राधा किशन मुरारी
सदा रही हैं महिलाएँ, पुरुषों पर भारी
पुरूष पढ़े तो एक घर सुधर जाता है
नारी पढ़े तो दो घरों का उद्धार हो जाता है
जिस घर में है नारी
सदा रहें उस घर में किशन मुरारी
वरना घर भी भूत निवास हो जाता है
हे नारी, हर रूप में रहे सबकी प्यारी
पढ़ लिखकर कर, नाम कमा रहीं हैं भारी
आदमी के साथ कदम ताल कर रही है नारी
बच्चे पालते हुए भी, नाम कर रही है भारी
बच्चों में संस्कार जगा रही है नारी
हर हाल में पुरूष पर, इक्कीस है नारी
नारी सदा रही है, पुरुषों पर भारी
हे नारी, तू हर रूप में है सबकी प्यारी
हर नारी को आगे आना होगा
आत्म रक्षा के लिए, सुरक्षा शिक्षा पाना होगा
रण कौशल को जीना होगा
सोच करे कोई हमारी रक्षा
इस सोच को दिमाग से दूर भगाना होगा
नारी को आर्थिक स्वतंत्रता को पाना होगा
हे नारी, तू हर रूप में है सबकी प्यारी
रौद्र रुप में जब आती है नारी
नर की सिट्टी - पिट्टी गुम हो जाती
जब हढ करती है नारी
हार मानना हो जाती है नर की मजबूरी
हे नारी, तू हर रूप में है सबकी प्यारी
जब खतरा आए किसी परिवारी पर
बन ढाल खड़ी हो जाती नारी
जब खतरा आए किसी अपने पर
लोक-लाज भूल लड़ जाती है नारी
हे नारी, तू है दुर्गा शक्ति की अवतारी
एक अचरज भी है नारी
काकरोच छिपकली देख डर जाती है
प्रेम, त्याग, बलिदान का रुप है नारी
करुणा का अथाह सागर है नारी
पर हर नारी से एक विनती हमारी
बदलते हुए माहौल में
न बदलना अपना स्वभाव, हे नारी
बहुत कुछ है नारी
कलम रोकना है मेरी लाचारी
सदा बढ़े नारी की, दिनों दिन भागीदारी
यही है इच्छा हमारी
हे भारतीय नारी, तू हर रूप में है घर की प्यारी
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 05 मार्च 2023 ,©
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