Wednesday, March 6, 2024

#H085 सरनेम (Surname)

#H085

सरनेम (Surname)

धर्म, जाति, कुल सूचक सरनेम से,
सोचो हम क्या पाते हैं।

धर्मों में पहचाने जाते हैं।
कोई सिंह, गुप्ता, शर्मा है..तो हिन्दू,
खान, पठान, कुरेशी...लिखा हो।
तो मुसलमान कहलाते हैं।
जातियों में बंट जाते है।
ब्राह्मण, ठाकुर, बनिया...
यादव....पाऐ जाते हैं।

जाति में भी
अपना कुल गोत्र श्रेष्ठ बताते हैं।
कश्यप, वशिष्ठ, गौतम,.... हो जाते हैं।
इनमें भी उपगोत्र पाऐ जाते हैं।
हर कोई खुद को
बेहतर बताने में लग जाते हैं।

यह सब करते करते,
अपनों से कोसों दूर हो जाते हैं।
अपने जैसों में आ जाते हैं।
फिर अपना नया राग चलाते हैं।
यह सभा, वो सभा, करते - करते,
अपने धर्मों का बहुत नुकसान करता हैं।

सही मायने में
हम इंसान बनने से कतराते हैं।
खुद की असली पहचान छुपाते है।
इसलिए सरनेम लगाते हैं।
"नासमझ" इस सबमें खुद को
नासमझ ही समझे पाते हैं।

देवेन्द्र प्रताप 

दिनांक 17 फरवरी 2024, ©

रेटिंग 9.75/10

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