#H063
सोच (Thinking)
तेरी सोच ही तुझे पहचान दिलायेगी ।
वरना भगवान् को भी दोषी कहलाऐगी।
अच्छी सोच तुझे आगे लेकर जायेगी ।
बुरी सोच तो तुझे संकट मे फंसायेगी।
जिसको नहीं अहसास अपनी गलती का
वो तो फंसता ही जायेगा।
अपना ही नुकसान करायेगा।
ऐसे में अच्छी सोच ही उसे बचायेगी।
अच्छे लोगों का साथ दिलाऐगी।
हर हालात से लड़ने की शक्ति लायेगी।
बुरी सोच तो तुझे संकट मे ही लायेगी।
अच्छा भी नहीं सीखने देगी तुझे।
ऐसे मन भटकायेगी।
तुझे समझ कुछ नहीं आयेगी।
बुरी सोच तुझे संकट मे फंसायेगी।
अच्छी सोच तुझे आगे लेकर जायेगी ।
तेरी अच्छी सोच ही,
अच्छे दोस्त बनाऐगी।
तुझे विकसित होने का
मौका लेकर आऐगी।
बिगड़ते काम बनाऐगी।
बुरी सोच तो बनता
तेरा काम बिगड़ वाऐगी
दोस्ती तुड़़ वाऐगी
अपनो में आग लगाऐगी।
कुछ अच्छा होने का
मौका भी खा जायेगी।
तेरी सोच ही तुझे पहचान दिलाऐगी।
तुझे समाज में मान दिलाऐगी।
तुझे एक अच्छा इंसान बनाऐगी।
तेरी सोच ही तुझे पहचान दिलाऐगी।
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 18 जनवरी 2024, ©
रेटिंग 9.5/100