#H046
तेरी राह देख - देख हम हारे (Waiting for you)
मोहन प्यारे, तेरी राह ताक् ताक् हम हारे।
कब दर्शन दोगे, नंदलाल, हमारे।
मईआ यशोदा को,
नटखट बालक बन,
पुत्र सुख दे डारे।
माखन चोरी कर खायो।
पर इतरा इतराकर चोरी को,
झूठा आरोप बतायो।
तेरी राह ताक् ताक् हम हारे।
ग्वाल वाल संग गईयां चराऐं,
सांध्य काल, गौधूली में घर आऐं।
राधा संग प्रेम रास रच डारे।
गोपियों को प्रेम रंग दे डारे।
तेरी राह देख- देख हम हारे।
हुए हैं, सुदामा सखा तुम्हारे।
दो लोकों का मालिक, उनको कर डारे।
दुष्ट कंश को भी परलोक सिधारे।
भवसागर पार उतारे।
तेरी राह देख- देख हम हारे।
मीरा को दर्शन देकर,
विष के प्याले को भी अमृत कर डारे।
भवसागर पार उतारे,
तेरी राह देख- देख हम हारे।
हर पति पत्नी तेरो रुप निहारे,
घर में कान्हा जैसो लाल,
आने की आस लगा डारे।
कब दर्शन देगो कान्हा,
तेरी राह देख देख हम हारे।
गीता का उपदेश दियो, अर्जुन को
सारी दुनिया का उद्धार कर डारे।
संसार का कष्ट हरने का,
सबको मार्ग बता डारे।
मोहन प्यारे, तेरी राह ताक् ताक् हम हारे
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 08 सितम्बर 2023, ©
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