#H040
कोहरा (Fog)
दाएँ सफेदी आ गयी,
बाएँ सफेदी छा गयी
हर तरफ सफेदी आ गयी
कोहरा है या प्रदूषण,
कैसे लगे अनुमान।
कुदरत से खेल रहा इंसान।
खतरे की घंटी बज गयी।
कोहरा है इतना घमासान।
सड़क पर चलना मुश्किल है,
हाईवे सड़क हो या मैदान।
कोहरा छाया एक समान।
सूरज दिखते - दिखते,
दोपहर हो जाती है।
कैसे काम पर जाए इंसान।
हर कोई हो जाता है,
इस मौसम में परेशान।
बाईक वाला कैसे चलाए।
हेलमेट में शीशे पर,
जब फोग जम जाए।
शीशे को खोले फिर,
सोचो ठंड से कैसे लड़ता है इंसान।
वाहन की लाईटों को चैक करो।
गति को धीमा रखो।
सड़क सुरक्षा का हो पालन।
कोहरा कम- ज्यादा हो सकता है
इस बात का रखो ध्यान।
वरना पहुँच जाओगे शमशान।
कुदरत से खेल रहा इंसान।
कुदरत से लड़ता है इंसान।
हर साल कोहरा लेता है,
टक्कर में हजारों इंसानों की जान।
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 24 दिसम्बर 2023, ©
रेटिंग 8.5/10