#H007
सोचो कैसे पढ़ते हैं ? (Think about how to read?)
जो कभी कभी पढ़ा करते हैं
वो अक्सर भूला करते हैं
ज्यादा समय तक
याद नहीं रख पाते हैं
परीक्षा में अक्सर, याद किए की
उल्टी करने ही जाया करते हैं
परीक्षा से ज्यादा घबराते हैं
परीक्षा के दिनों में अक्सर
रातों को जागा करते हैं
न पढ़ने का रोज
नया बहाना लाते हैं
थोड़ा पढने पर भी
ढिंढोरा बहुत बजाया करते हैं
हर काम को टाला करते हैं
असफल होने पर भी
खुद को ठीक बताया करते हैं
ये अपनी गलतियों से
सीखा नहीं करते
अपनी असफलता का दोष
सदा किसी और के सिर मढ़ा करते हैं
जो रोज थोड़ा - थोड़ा पढ़ा करते हैं
वो ज्यादा दिन तक याद रख पाते हैं
ऐसे पढ़ने वाले
होशियार बना करते हैं
परीक्षा से कभी नहीं डरा करते हैं
खेलकूद में भी बढ़ चढ़ कर
हिस्सा लिया करते हैं
जीवन में कभी किसी कठिनाई से
नहीं डरा करते हैं
हर मुश्किल को रणनीति से
थोड़ा थोड़ा कर,
खत्म किया करते हैं
ऐसे पढ़ने वाले अक्सर
बहुत आगे जाया करते हैं
हम सब देखा करते हैं
लम्बी दौड़ में धीरे धीरे
लगातार चला करते हैं
तभी दौड़ पूरी कर पाते हैं
और जीता करते हैं
हर माँ पिता अपने बच्चे से
ऐसा होने की आस लगाया करते हैं
ऐसे में माँ पिता क्या गलत करते हैं
सोचो आप कैसे पढ़ा करते हैं
देवेन्द्र प्रताप
दिनांक 08 नवम्बर 2023
अंक 9/10