#H438
सेवानिवृत्ति नहीं है। (It's not retirement)
चलो आज
आपकी सेवा निवृत्ति हो रही है।
लगभग साढ़े तीन दशक से
8:30 और 5:00 बजे के बीच
आपका जीवन बीता है।
सुख दुख में
साथ सभी का तुमने पाया है।
अपनों से ज्यादा वक्त
हम सभी के साथ बिताया है।
मंथन करने का फिर से
आज नया मौका आया है।
सेवा निवृत्ति नहीं है।
यह एक नई शुरुआत है।
जो कुछ ना कर पाए जीवन में
उसमें अंकुर उगाने की बात है।
ना रुकने की बात है
ना ठहरने की बात है।
जो अपनों के सपनों के चक्कर में
उनको समय ना दे पाए।
उनको मनाने की बात है।
इक नया पौधा लगाने की बात है।
एक नया सुर लगाने की बात है।
एक तान छेड़ने की बात है।
धूप अब खुलकर लेने की बात है।
सेवानिवृत्ति नहीं है।
जीवन की नई शुरुआत है।
रुटीन में न बदलाव लाना है।
वरना सेहत खराब हो जाना है।
बेफिक्री से जीवन बिताना है।
कुछ नया सीखते जाना है।
ऐसे जीवन में आगे बढ़ते जाना है।
यह कवि "नासमझ" की बात है।
सेवा निवृत्ति नहीं है।
अरमानों को छूने की बात है।
आज बधाई देने की रात है।
धन्यवाद।
आप स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें
और आगे बढ़ते रहें।
हम समाचार पाते रहें।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 30 अप्रैल 2025,©
रेटिंग 10/10
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