जीभ (Tongue)
दांतों में कुछ फंस जाए ।
जीभ स्वत: ही
निकालने में लग जाए।
जब तक न निकले।
तब तक न रुक पाए।
देखो विडंबना
जब दांतों का दांव लगे ।
तब जीभ कट जाए।
लंका में विभीषण ने भी
राक्षसों के बीच रहकर ,
ऐसे ही दिन बिताए।
जब कोई सज्जन ,
गलत माहौल में फॅंस जाए ।
स्वत: विभीषण
जैसी परिस्थिति पाए।
ना हालात को निगल पाए ।
ना हालात को उगल पाए।
बस कुछ अच्छा करने में
अपना समय बिताए।
जैसे राम - राम जप कर
विभीषण,
लंका में समय बिताए।
यह अच्छे कर्म ही
उसकी जान बचाए।
हम तो यही सीख ले पाए।
देवेंद्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 09 मार्च 2025,©
रेटिंग 9.5/10
"प्रेरक एवं दार्शनिक"