#H386
उड़ान (Fly)
अगर पौधे को बड़ा होना है ।
दरख्तों से अलग होना होगा।
सूरज की तपिश को सहना होगा
तभी पेड़ बन, तनकर खड़ा होगा।
वरना छोटा रह जाएगा।
छाया में मर जाएगा।
किसी की परछाई में रहकर
कोई इतिहास नहीं रचता।
जल्दी भुलाया जाता है।
जिन्हें आगे बढ़ना होता है
उन्हें जमीन से बाहर आना होता है।
वरना मिट्टी में मिल जाना होता है।
बिना मिट्टी, हवा, खाद, पानी के
बीज कहां कुछ होता है।
चिड़िया दाना चुगती है।
बच्चों को खिलाया करती है।
पर उड़ना तो बच्चों को होता है।
आसमान तो खुद ही नापना होता है।
जो सीखा नापना, बड़ा वही होता है।
कुछ कर गुजरने वाला ही
लोगों के जहन में रहता है।
परछाई में चलने वाला तो
सहायक कलाकार होता है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 21 फरवरी 2025,©
रेटिंग 10/10
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