#H384
बकलोल (Nonsense)
मिलने पर मुस्कुराता हूॅं।
अपनापन जताता हूॅं
मन में कड़वाहट रखता हूॅं
सांठगांठ से रहता हूॅं
हर मुद्दे में टांग अड़ाता हूॅं।
दूसरों के मुद्दों में
जानकार बन जाता हूॅं।
"बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना " बन
कहावत सार्थक कर देता हूॅं।
चौधराहट दिखलाता हूॅं
जब खुद का मुद्दा आता है,
मुंह में दही जमाता हूॅं।
नज़रें नीची कर जाता हूॅं।
टीम से जबाब चाहता हूॅं।
जानकार हर विषय का
बन दिखलाता हूॅं
समाधान किसी का
नहीं दे पाता हूॅं
सामान्य बात बतलाता हूॅं।
सदा दूसरों को बैसाखी,
बनाकर चलता आया हूॅं।
जब खुद चलने की बारी आती है।
अक्सर मैदान छोड़ भाग जाता हूॅं।
फटे बांस सा बजता हूॅं।
बकलोल समझा जाता हूॅं।
जल्दी आगे बढ़ना चाहता हूॅं।
सब पर धौंस जमाता हूॅं।
अगर जल्दी आगे जाना चाहते हो।
व्यवहार में पारदर्शिता लाओ।
सबके प्रति सम्मान जताओ।
टीम में काम करो, आगे बढ़ जाओ।
वरना फंस के रह जाओ।
सेना के बिना ,
कभी जंगें नहीं जीती जाती।
भविष्य में हारी सेना के
सेनापति कहलाओ।
कभी-कभी अज्ञानी बनकर,
समझदार बन जाओ।
साथियों का हौसला बढ़ाओ।
उनका भी महत्व जताओ।
एक अच्छी टीम बनाओ।
बकलोल से बुद्धिमान कहलाओ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 19 फरवरी 2025,©
रेटिंग 9.5/10
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