#H313
योद्धा (Warrior)
योद्धा या तो जंग जीतते
या फिर हार गले लगाते।
यदि किस्मत वाले होते
तो वीरगति को पाते।
जो किसी और पर,
हार का दोष लगाते
निसंकोच वो नेता कहलाते।
जब चुनाव जीतते
तो खुशी - खुशी सरकार बनाते।
जब हार जाते
तो फिर ईवीएम को
चीख - चीखकर दोष लगाते।
सहयोगी पार्टी को पनौती बताते।
गठबंधन से भी बाहर हो जाते।
खुद को कभी भी
हार का कारण न बताते।
देश की संस्थाओं पर
अपनी सहूलियत से
असंतोष जताते।
नेता हर बार मौसम में
अपना रंग बदल जाते।
नेता कभी भी
योद्धा न बन पाते।
योद्धा कभी भी
वचन से पीछे न जाते।
जनता को नेता
कभी समझ न पाते ।
इसीलिए सदा झांसे देकर
चुनाव जीतने की जुगत लगाते।
कभी बहलाते, कभी फुसलाते
लोगों को भड़काते, आपस में लड़वाते
अपने हित को, सदा देश से पहले लाते।
इसी वजह से चुनाव में
हार - जीत का मजा चखते जाते।
योद्धा सदा देश को पहले लाते।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 29 नवम्बर 2024, ©
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