#H305
मुझे आज भी याद है (I still remember it)
वजीरगंज में पहली फोटो खिंचाना
मेले में चिड़ियाघर देखना
पहली मूवी (बृजभूमि) याद आना
दूसरी मूवी (अंधा कानून) में
रील उल्टी चलना
फिल्म का रोका जाना।
मुझे आज भी याद है।
स्कूल में दाखिले पर
पापा का कहना,
तेरी वजह से मुझे स्कूल न आना पड़े।
पूरी शिक्षा में ध्यान रख पाना।
मुझे आज भी याद है।
पहली मूवी (हत्या)
खुद जाकर देखना
झांसी शादी में जाना
लक्ष्मीबाई का किला देखना
मुझे आज भी याद है।
एक बार स्कूल से बाहर जाना
क्लास में मेरे बारे में पूछा जाना
आत्मसम्मान के लिए घबराना
फिर ऐसा न करना
मुझे आज भी याद है।
एकीकृत छात्रवृत्ति
परीक्षा पास करना।
पूरी छात्रवृत्ति खुद पर उड़ाना,
बैंक से दस - दस,
बीस - बीस रुपये निकालना
मुझे आज भी याद है।
कक्षा 8 में पहली बार प्रथम आना
साइंस लेने से कतराना
पापा का भरोसा दिलाना
मुझे आज भी याद है।
घर का माहौल,
घर से भाग जाना।
फिर वापस घर आना
मुझे आज भी याद है।
किसी का चेहरा
गुरूओं का पहरा।
साथियों का साथ
धुऐं का पहला घूंट
पहले और आखिरी बार
गुटखे का चखना।
सिट्रा कोला का पहला घूंट।
मुझे आज भी याद है।
वरिष्ठों की शिक्षा
आत्मसम्मान की रक्षा
भटकाव का आकर्षण
भगवान की कृपा से
सदमार्ग पर चल पाना।
मुझे आज भी याद है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 16 नवम्बर 2024,©
रेटिंग 9.5/10