#H264
देश के लाल (Sons of the Nation)
"कविता में मोहनदास कर्मचन्द गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी को उनके जन्मदिवस पर याद किया गया है। "
वापू हमको याद आ गए
बहुत से विचार दे गए।
स्वच्छता का संदेश दे गए।
छुआछूत से दूर रहें हम
ऐसा सबको उपदेश दे गए।
देने को तो बहुत दे गए।
कोशिशें बहुत भी कर गए।
देश के लिए अपनी जान दे गए।
विश्व पटल पर
देश का नाम कर गए।
अहिंसा से जीने का
मार्ग बता गए।
विश्व में सम्मान पा गए।
लाल देश के चले गए।
जनता को संदेश दे गए।
जय जवान, जय किसान।
आगे बढ़ता रहे, हमारा हिन्दुस्तान।
देश के लिए अपने प्राण दे गए।
लाल सभी को सादगी से जीने का
एक अनोखा संदेश दे गए।
हर हाल में सम्मान से जीने का
कड़ा संदेश दे गए। इतिहास रच गए।
हम ही अनुसरण करने में।
पीछे रह गए। देर कर गए।
जीवन यापन की आपाधापी में
हम लोग व्यस्त रह गए।
फिर भी हम कमाल कर गए।
लाल देश के,
देश का आगे भी नाम करेंगे।
तुम्हें याद करेंगे।
कोने - कोने में विकास करेंगे।
सब मिलकर प्रयास करेंगे।
जहाँ रहेंगे, देश की लाज रखेंगे।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 02 अक्टूबर 2024,©
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