#H144
सोच रहे हो, उत्तम है
"किसी कम्पनी के स्तर गिरने के विभिन्न संभावित कारणों को उजागर किया गया है"
बिना सोधन के,
प्रोसेस स्टेक से,
धुआँ छोड़ रहे हो वातावरण में
संयंत्र और सोधन का खर्चा बचा रहे हो,
सोच रहे हो, उत्तम है
कचरा भेज रहे हो बाहर
क्या हो रहा है कचरे का,
पता नहीं है, तुमको
निपटारे का खर्चा बचा रहे हो,
प्रदूषण परिणाम, इसी का है।
सोच रहे हो, उत्तम है
कर्मचारियों को ओवरटाइम करना पड़ रहा है
कम्पनी ओवरटाइम की लिमिट को पीछे छोड़ रही है
लेबर कानून टूट रहा है,
रिपोर्ट में नहीं आ रहा है
आडिट में उजागर नहीं हो रहा है
हेड काउंट ज्यादा कम किया है
परिणाम उसी का है
सोच रहे हो, उत्तम है।
अयोग्य लोगों को आगे बढ़ा रखा है
झूठ बताने वालों को चारों ओर बिठा रखा है
लोगों में तुमने डर बिठा रखा है।
उससे लोगों ने सच छिपा रखा है।
परिणाम उसी का है
सोच रहे हो, उत्तम है।
कई सालों से ,
कर्मचारी सक्सेशन प्रोग्राम चलाया तुमने।
पर रिटायर्ड कर्मचारियों को पास बिठा रखा है।
कर्मचारी सक्सेशन प्रोग्राम तो फेल हो गया,
फेल, रिटायर्ड कर्मचारियों ने किया है
पीफ, ग्रेच्युटी बचा रहे हो।
सोच रहे हो, उत्तम है।
माडल प्लांट लगाया था तुमने
मटियामेट हुऐ हालात यहाँ पर
परिणाम गलत नीतियों का है
सोच रहे हो, उत्तम है।
स्किल्ड अब दूर हो रहा,
स्किल बढ़ना थम गया,
हर तरफ मनोबल टूटा,
हर कर्मचारी तुमसे रुठा है
पिछले मालिक की तुलना में
यह कितना झूठा है
परिणाम गलत नीतियों का है
सोच रहे हो, उत्तम है।
"नासमझ" ऐसा सोच रहा है
काबिल को पीछे रखना,
लालची को साथ में लेकर चलना,
डरपोक को टीम में लाना,
केवल पैसे की नीति रखना,
खुद को और खुदके लोगों (प्रवासियों) को आगे रखना,
परिणाम, इसी का है
सोच रहे हो, उत्तम है।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 04 फरवरी 2024, ©
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