#H392
बैट उठाओ, छक्का लगाओ (Pick up the bat and hit a six)
क्रिकेट को अंग्रेजों ने बनाया।
इंग्लैंड का राष्ट्रीय खेल कहलाए।
अपने देश का दबदबा भी
विश्व क्रिकेट में खूब पाया जाए।
मैदान पर सबसे पहले
टीम के कप्तानों के बीच
टॉस उछाला जाता है।
जिसका विकल्प आए,
वो अपना निर्णय बताता।
बैटिंग चुनेगा या
क्षेत्ररक्षण को जाए।
एक बॉल होती है इसमें,
साथ में दो बल्ले भी होते।
जिस पर बॉलर दौड़े,
वो क्रीज कहलाए।
22 गज लंबाई होती है।
दोनों ओर तीन-तीन डंडे गाड़े जाते।
ये डंडे स्टंप कहलाएं।
जो गेंद फेंके "बॉलर" कहलाए।
गेंद को जिससे रोकते, वो बैट कहलाए।
बैट चलाने वाले को "बल्लेबाज" ।
गेंद रोकने वाले "क्षेत्ररक्षक" कहलाए।
वो एक-एक रन को बचाए।
जो यह सब कर सके, "आलराउंडर" कहलाए।
जो रहे विकेट के पीछे, "विकेटकीपर" कहलाए।
एक बॉलर एक बार में छह गेंदें ही डाले।
ये 6 गेंदें एक "ओवर" कहलाए।
पूरा खेल एक गोल क्षेत्र में खेला जाए।
यहां बाउंड्री भी बनाई जाए।
जमीन पर सरपट दौड़कर
गेंद जब बाउंड्री पार करे,
तब "चौका" माना जाए।
अगर गेंद हवा में उड़ती जाए,
तो फिर "छक्का" माना जाए।
अगर क्षेत्ररक्षक ने गेंद कैच की
तो बल्लेबाज आउट हो जाए।
अगर ऐसा न हो पाए,
तो बल्लेबाज जल्दी छोर बदलते।
एक बार बदले, तो एक रन मिलता।
अगर जितनी बार छोर बदल दे,
तो उतने रन बन जाए।
अगर दौड़ के दौरान
क्षेत्ररक्षक गेंद स्टंप में मार दे,
तो बल्लेबाज आउट हो जाए।
फिर वापस पवेलियन जाए
नया बल्लेबाज फिर आए।
ऐसे ही दस खिलाड़ी आउट किए जाते
या ओवर पूरे हो जाते।
फिर दूसरी टीम बैटिंग करने आए।
जब ओवर पूरा होता,
नियम से बल्लेबाज छोर बदलते।
और दूसरा बाॅलर बालिंग को आए।
अगर गेंद स्टंप में लगती,
या स्टंप उखड़ जाते,
तो बल्लेबाज आउट हो जाए।
शर्त यह कि बॉलर ने गेंद
निर्धारित जगह से डाली हो,
वरना आउट न दिया जाए।
अगर गेंद पैड्स में लगती, तो
एल.बी.डब्ल्यू. आउट हो जाए।
अगर बल्लेबाज क्रीज से बाहर चला जाए,
तो विकेटकीपर स्टंप उखाड़कर,
और खिलाड़ी को आउट कर जाए।
अगर क्रीज के बाहर
पैर रखकर गेंद फेंकी,
तो फ्री-हिट बॉल देनी पड़ जाए।
इस बॉल पर बल्लेबाज
केवल रन आउट या
थ्रो से ही आउट हो पाए।
खुलकर बाउंड्री लगाने का मौका पाए।
जो खेल में फैसले देते,
अंपायर कहलाते।
एक मैच में मैदान पर
दो अंपायर लगाए जाते।
थर्ड अंपायर दर्शक दीर्घा में
स्क्रीन पर बैठाया जाए।
बहुत नजदीकी निर्णयों की
अंपायर के मांगने पर
जांच करके बताए।
ज्यादा रन बनाने वाली टीम
विजयी घोषित की जाए।
जब कभी मैच में बारिश होती,
तो डकवर्थ-लुईस नियम लगाया जाए।
मैच छोटा कर, पूरा माना जाए।
कभी-कभी क्रिकेट में
बाॅल खिलाड़ी को लग जाती,
खिलाड़ी जख्मी भी हो जाएं।
हेलमेट, पैड्स, गार्ड्स, दस्ताने,
बचाव के लिए पहनते।
50 ओवर का मैच हो तो
"एकदिवसीय" कहलाता।
दर्शकों का पूरा दिन लग जाए।
खूब भीड़ जुटाए।
पैसा भी बहुत कमाए।
"पांच दिवसीय" क्रिकेट मैच
"टेस्ट" कहलाता।
इसमें तो टीम की पूरी क्षमता
हर स्तर पर जांची जाए।
दर्शक कम ही जुटा पाए।
छोटा क्रिकेट मैच भी बनाया।
"टी-20" फॉर्मेट कहलाए।
इसमें 20-20 ओवर डाले जाते।
जल्दी ही मैच खत्म हो जाते।
"टी-20" फॉर्मेट
लोगों को बहुत भाए।
मैच जल्दी खत्म हो जाए,
रन जल्दी-जल्दी बनते,
मनोरंजन भी खूब करता,
साथ में समय भी बच जाए।
क्रिकेट में अंधाधुंध पैसा
और शौहरत आए।
इसीलिए खिलाड़ियों को
खूब पैसा मिलता।
विज्ञापन से पैसा आता।
टेलीविजन राइट्स से खूब पैसे आते।
स्पॉन्सरशिप से भी
खिलाड़ी पैसा कमाए।
कई अमीर तो अपनी टीम बनाते।
आईपीएल में भागीदारी कर
पैसा अंधाधुंध कमाए।
विश्व स्तर पर सारे मैच
आईसीसी करवाए।
मैच क्रिकेट स्टेडियम में करवाए।
नियम बनाए, लागू करवाए।
टीमों और खिलाड़ियों की रैंक बताए।
नियम तोड़ने पर दंड लगाए।
एकदिवसीय वर्ल्डकप
हर चार साल में आयोजित होते।
टी-20, वर्ल्डकप
हर दो साल में खेलते।
टेस्ट का वर्ल्डकप "टेस्ट चैंपियनशिप"
दो साल में खेला जाए।
मैच फिक्सिंग से खेल पर
काला दाग लगाए।
बॉल टैंम्परिंग भी
एक तरह की चोरी मानी जाती।
खेल भावना को आहत कर जाए।
संस्थान भी क्रिकेट मैचों का
आयोजन करवाते।
कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाएं।
अब तक हमने वर्ल्ड कप
दो बार जीता है।
एक बार तो देखा हमने,
पर पहली जीत न देख पाए।
केवल रेडियो से सुन पाए।
यह सब देख-देख
देश का बच्चा-बच्चा
क्रिकेटर बनना चाहे।
सनी, कपिल, सचिन, धोनी, ....
सब बनने की चाह जगाए।
हमारे देश में गली-गली में
क्रिकेट खेला जाए।
बच्चों के हाथ में
बैट-बॉल का खिलौना
एक बार जरूर आए।
क्रिकेट सारे बच्चों को भाए।
देवेंद्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक: 27 फरवरी 2025, ©
रेटिंग: 9.4/10
#H475 7 मासूम (7 Innocents)
#H475 7 मासूम (7 Innocents) पिपलोदी स्कूल की छत गिर गई, सात मासूमों की जान चली गई। स्कूली प्रार्थना आखरी हो गई। घरों में घनघोर अंधेरा क...
-
#H054 नया सवेरा (New Dawn) विदाई को अन्त न समझो। यह तो एक नया सवेरा है। जो जोड़ा है, अब तक तुमने, उसमें नया और कुछ जुड़ जाना है। सीख...
-
#H022 गुरु मार्ग (Teachings) समाज में रहे भाईचारा, एकता,सच्चा धर्म, सेवा, मानवता है, मूल सिद्धांत तुम्हारा । धर्मिक सहिष्णुता और बढ़ाओ।...
-
#H115 तेरा कितना हुआ (Increment) "यह कविता वेतन वृद्धि और पदोन्नति की घोषणा के बाद कर्मचारियों में उत्पन्न मानवीय वातावरण को दर्शाती ...