#H199
लाइक, सब्सक्राइब, शेयर
"कविता में यूट्यूब चैनल की प्रोसेस और यूटयूबर की व्यथा को दर्शाया गया है "
एक एक सब्सक्राइबर
करके दस हो जाऐ
दस से होते हैं सौ
सौ से बनते और हजार
इससे चालू होता है
यूटयूबर का व्यापार।
व्यूज से चैनल आंका जाऐ
लाईक कंटेंट की वैल्यू और बढ़ाऐ
और अच्छा करने को उकसाऐ।
कंटेंट शेयर होने से
और अधिक खुशी मिल जाए।
कमेन्ट्स मिलने से
सुधार करने के अवसर आऐं
या सीमा का अनुमान बताऐं ।
नया कंटेंट बनाने का
इशारा भी देते जाऐ।
कंटेंट यूनिक रखो
हर बार एक समय पर लाऐं
कंटेंट ऐसा बनाऐं
जो लोगों की समस्याओं का
हल दिखलाता जाऐ
तभी चैनल बढ़ता जाऐ।
सब्सक्राइबर्स की संख्या
चैनल की वैल्यू दर्शाऐ
ज्यादा संख्या होने पर
स्पोन्सर्स भी आऐं
अगर वायरल हुआ कंटेंट तुम्हारा
सब्सक्राइबर्स की संख्या
जल्दी जल्दी बढ़ जाऐ
सावधानी बरती जाऐ
कापी राइट, स्ट्राइक न आने पाऐ
फोटो, वीडियो और म्यूजिक
अपना ही प्रयोग किया जाए
वरना सब मेहनत बेकार हो जाए
यह व्यापार ऐसे ही चलता जाए
डिजिटल दुनिया में
कमीशन मिलता जाए
विज्ञापन से पैसा कमाऐ
मोनेटाइजन से पैसा आऐ
बहुत कम यूटयूबर्स ही
ऐसा कर पाऐ
ज्यादातर बेचारे यूजर्स
ऐसे ही लगे रह जाऐं
लाइक, सब्सक्राइब, और शेयर
मांग मांग कर थक जाऐं
चैनल फिर बंद कर जाऐं
समय बर्बाद करते जाऐं
सपने सपने ही रह जाऐं
मैं तुझे क्यों लाइक करूँ
तेरे को क्यों सब्सक्राइब करूँ
क्यों मै तेरी आगे बढ़ने में मदद करूँ
क्यों रोजाना के झंझट को पाऊँ
ऐसी सोच वाले ही ज्यादा पाऐ जाऐं।
बगैर भैंस पाले जब दूध मिल जाए
तो क्यों गोबर कौन उठाने जाऐ
इसमें लोगों का कुछ नहीं जाऐ
बल्कि रोज कुछ नया मिल जाए
फिर भी लोग
लाइक, सब्सक्राइब और शेयर से कतराऐं।
यह यूटयूबर की व्यथा को समझाऐ।
"नासमझ" का मन इसलिए
बस लिखने में रम जाऐ।
देवेन्द्र प्रताप "नासमझ"
दिनांक 27 अप्रैल 2024,©
रेटिंग 9.5/10